17 अगस्त। सरकार द्वारा 15 अगस्त के मौके पर ‘घर-घर तिरंगा’ व ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ अभियान के बरक्स हरियाणा के विभिन जिलों में जन संघर्ष मंच और क्रांतिकारी नौजवान सभा ने ‘बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई और सामाजिक संकट के समाधान’ नामक विषय पर जन-अभियान का आयोजन किया। यह अभियान शहीद चंद्रशेखर आजाद के जन्मदिवस 23 जुलाई से 15 अगस्त तक चलाया गया। यह अभियान हरियाणा के कुरुक्षेत्र शहर से शुरू हो कर नरवाना, जींद, कैथल, रोहतक और गुडगाँव जिलों के गाँव तक पहुँचा।
अभियान की शुरुआत कुरुक्षेत्र में जनसभा से की गयी। इसके उपरान्त विभिन्न जगहों पर ग्रामीण मजदूरों, छोटे-सीमांत किसानों, युवाओं, छात्रों, शहरी असंगठित मजदूरों की बस्तियों में लोगों के साथ आजादी के मायनों और मेहनतकश जनता के आजादी के 75 सालों के अनुभव पर बैठकों और विचार विमर्श का आयोजन किया गया। कार्यकर्ताओं ने लोगों के बीच आजादी के संघर्ष के इतिहास, क्रांतिकारी शहीदों द्वारा रखी गई आजादी की शर्तों, मौजूदा सरकार की जनता विरोधी नीतियों और आज के मौजूदा हालात पर जानकारी साझा की। मेहनतकश जनता द्वारा अनुभव की जा रही चुनौतियों का संगठित रूप से सामना करना, आज फैलाई जा रही नफरत की राजनीति के सामने मजदूर और मेहनतकश ग्रामीण आबादी की एकता बनाना, सांप्रदायिक राजनीति का पर्दाफाश करना और भाजपा-आरएसएस द्वारा इस्तेमाल की जा रही झूठी देशभक्ति का पर्दाफाश करते हुए भगतसिंह, आजाद और उनके साथियों के देश के लिए क्रांतिकारी बलिदानों को याद करना और उनकी राह पर चलना अभियान के मुख्य फोकस रहे।
(‘मेहनतकश’ से साभार)