16 अक्टूबर। ब्रिटेन में डाक विभाग में वेतन और काम करने की स्थिति को लेकर चल रहे विवाद के कारण बड़ी संख्या में डाक कर्मचारी एक बार फिर हड़ताल पर चले गए हैं। ब्रिटेन के रॉयल मेल विभाग में यह विवाद लम्बे समय से जारी है। आशंका है, कि जैसे-जैसे क्रिसमस का समय करीब आएगा और अधिक संख्या में डाक कर्मचारी छुट्टी(वाकआउट) पर चले जाएंगे।
गौरतलब है, कि ब्रिटेन इन दिनों आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है, और वहाँ वेतन को लेकर लंबे समय से चल रहे विवादों के कारण सार्वजनिक परिवहन, कंटेनर पोर्ट संचालन और डाक वितरण सहित विभिन्न क्षेत्रों में कर्मचारियों द्वारा गर्मियों के वॉकआउट के बाद बड़े पैमाने पर हड़ताल की तैयारी कर रहे थे। रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन की पोस्टल सर्विस रॉयल मेल 10 हजार लोगों को नौकरी से निकालने वाला है। इससे जुड़ी कंपनी ने शुक्रवार को इसका ऐलान किया। कंपनी का कहना है, कि इसे आर्थिक घाटा झेलना पड़ा है, जिसकी वजह से उसे ये कदम उठाने की जरूरत पड़ी है।
लेबर पार्टी के संसद रिचर्ड बर्गन ने इस हड़ताल का समर्थन करते हुए डाक कर्मचारियों के साथ एकजुटता का आह्वान किया है। वहीं एक अन्य एमपी केट ओसबोर्न ने रॉयल मेल ग्रुप के एक सीईओ साइमन थॉम्पसन को एक पत्र लिखकर कंपनी के प्रस्तावित निर्णय की तीखी आलोचना की है। उन्होंने रॉयल मेल रेलवे सेवा को प्राइवेट कंपनियों से छीन कर सरकारी अधिग्रहण करने की मांग की है। उन्होंने लिखा है, “आईए रॉयल मेल को फिर से सार्वजनिक मालिकाने के तहत लाने के लिए संघर्ष को तेज करें। ”
इकॉनोमिक की खबर के अनुसार, कम्युनिकेशन वर्कर्स यूनियन की रेलवे और अन्य औद्योगिक क्षेत्रों की तुलना में यह इस साल की सबसे बड़ी हड़ताल है। पूरे ब्रिटेन में इस हड़ताल में करीब एक लाख पन्द्रह हजार लोगों ने हिस्सा लिया और हड़ताल के छठे दिन ब्रिटेन में रॉयल मेल के सभी कार्यालयों के सामने प्रदर्शन हुआ।
(‘वर्कर्स यूनिटी’ से साभार)