22 जनवरी। राजस्थान के हनुमानगढ़ प्रखंड के मनरेगा कर्मियों ने 17 सूत्री माँगों को लेकर प्रदर्शन किया। अखिल भारतीय कृषि मजदूर संघ के बैनर तले प्रदर्शन के बाद संबंधित विकास अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया। मजदूरों ने बंद पड़े मनरेगा काम शुरू करने, पूरी मजदूरी दिलाने और ऑफलाइन उपस्थिति की व्यवस्था करने सहित 17 सूत्री माँगों को पूरा करने की माँग की। यूनियन के रघुवीर सिंह वर्मा ने मीडिया के हवाले से बताया, कि हनुमानगढ़ पंचायत समिति के नवां व अरैयांवाली तथा अन्य गाँवों में मनरेगा मजदूरों की हाजिरी ऑनलाइन नहीं लगाई जा रही है, जिससे उनकी मजदूरी नहीं आ रही है। नवां पंचायत के करीब 50 मनरेगा मजदूरों को जनवरी 2022 के एक पखवाड़े की मजदूरी अभी तक नहीं मिली है। इसके अलावा मनरेगा कार्यस्थल पर दवा, छाया, पानी आदि की कोई व्यवस्था नहीं है।
विकास अधिकारी को सौंपे गए ज्ञापन में नवां पंचायत के मनरेगा श्रमिकों को पूर्ण मजदूरी, बंद पड़े मनरेगा के कार्य को प्रारंभ करने, मनरेगा कार्यस्थल पर छाया, दवा, पानी, पालने की व्यवस्था करने, मनरेगा की चटाइयों को स्थायी करने, मनरेगा मजदूरों को 125 दिनों तक काम देने, मनरेगा मजदूरों की ऑनलाइन हाजिरी नहीं होने की स्थिति में हाजिरी मानते हुए मनरेगा का काम जारी रखने, 100 रुपये मजदूरी देने, जरूरतमंदों को आवास आदि उपलब्ध कराने की माँग की गई। बीडीओ यशपाल असीजा ने मीडिया के जरिये बताया कि कम वेतन की शिकायत की जाँच के लिए कमेटी गठित की जाएगी और जाँच कराकर जेटीओ पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। इसके अलावा अन्य समस्याओं को भी दूर करने का प्रयास किया जाएगा।
(‘जनता से रिश्ता’ न्यूज से साभार)