20 फरवरी। उत्तराखंड स्थित हरिद्वार के सिडकुल में राजा बिस्किट कंपनी के गेट पर मजदूरों ने महापंचायत का आयोजन किया। जिसमें ट्रेड यूनियनों व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों सहित संघर्षरत राजा बिस्किट कंपनी के मजदूरों और उनके परिजनों ने भाग लिया। सिडकुल पुलिस प्रशासन ने फैक्ट्री के आसपास जाम का हवाला देकर महापंचायत को रोकने की पूरी कोशिश की। लेकिन मजदूरों के हुजूम के आगे पुलिस को पीछे हटने को मजबूर होना पड़ा। मजदूर महापंचायत की शुरुआत इंकलाबी मजदूर केंद्र की सांस्कृतिक टीम द्वारा क्रांतिकारी गीत ‘हम जुल्मतों से देश को आजाद कराएंगे’ से हुई। ‘मेहनतकश न्यूज’ की रिपोर्ट के मुताबिक, यूनियन से आए प्रतिनिधियों ने महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि राजा बिस्किट प्रबंधन स्थायी मजदूरों को कंपनी से बाहर कर ठेका मजदूरों से कंपनी चलाना चाहता है।
मजदूरों को सामाजिक सुरक्षा पीएफ, ईएसआई से भी वंचित किया जा रहा है। अधिकांश कंपनियों में मजदूरों को न्यूनतम वेतन भी नहीं दिया जा रहा है। सरकारें पूँजीपतियों को शोषण की खुली छूट दे रही हैं। प्रतिनिधियों ने आगे कहा कि नये श्रम कानूनों से मजदूरों का बेतहाशा शोषण उत्पीड़न होगा, इसलिए सरकार को इन चार मजदूर विरोधी श्रम कानूनों को रद्द कर देना चाहिए। मजदूर महापंचायत के इंकलाबी मजदूर केंद्र, संयुक्त संघर्षशील ट्रेड यूनियन मोर्चा, फूड्स श्रमिक यूनियन, देवभूमि श्रमिक संगठन, भेल मजदूर ट्रेड यूनियन, सीमेंस वर्कर यूनियन, एवरेडी मजदूर, कर्मचारी संघ सत्यम ऑटो, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र सहित विभिन्न यूनियनों के प्रतिनिधियों सहित मजदूरों ने भाग लिया।