9 अप्रैल। झारखंड के सिंहभूम जिले में ‘ईचा खरकई बांध विरोधी संघ’ के बैनर तले रविवार को बैठक कर विगत 4 अप्रैल को मनाये गए शहादत दिवस की समीक्षा की गई। बैठक में शहादत दिवस का लेखाजोखा प्रस्तुत किया गया।इलिगाड़ा में शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद विभिन्न समाजिक संगठनों व राजनीतिक दलों के लोगों ने सभा के माध्यम से डैम को रद्द करवाने के लिए पुनः आंदोलन को तेज करने की बात कही। इस संबंध में संघ के संयोजक दशकनकु दादा ने मीडिया के हवाले से कहा कि रैय्यतों को विश्वास में लेकर आंदोलन को तेज किया जाएगा।
मई माह में बाइक रैली निकालकर गाँव-गाँव जाकर रैय्यतों को जागरूक किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि खुद को आदिवासियों की हितैषी बताने वाली जेएमएम की कथनी और करनी में फर्क है। जेएमएम सत्ता में आते ही जनता के साथ किये गए वादे को भूल गयी। इसलिए अब डैम रद्द करवाने के लिए स्वयं रैय्यतों को जागरूक होना होगा, नहीं तो क्षेत्र के आदिवासी सिर्फ वोट बैंक बनकर रह जाएंगे। युवा क्रांतिकारी श्यामकु दादा ने कहा, कि शहीद गंगाराम उर्फ रामनारायण कालुंडिया के बलिदान का महत्त्व गीत के माध्यम से आम जनमानस तक पहुँचाया जाएगा।
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