31 जुलाई। मणिपुर की हिंसक घटनाओं और महिलाओं के साथ चरम बदसलूकी के खिलाफ पंजाब में तीखे विरोध का सिलसिला जारी है। पंजाब के विभिन्न किसान संगठन और खेत मजदूर संगठन मणिपुर में हुई बर्बरता के खिलाफ हर शहर और कस्बे में कैंडल मार्च निकालकर रोष जाहिर कर रहे हैं। कपूरथला, फरीदकोट, होशियारपुर, रोपड़, लुधियाना, गुरदासपुर और तरनतारन में कैंडल मार्च निकालकर मणिपुर की घटनाओं का कड़ा विरोध किया गया। गुरदासपुर के पुराना शाला बाजार में किसान और खेत मजदूर संगठनों के बैनर तले हजारों लोगों ने कैंडल मार्च निकाला।
वहीं इस घटना को लेकर ईसाई समुदाय ने भी तीखा विरोध जताया है। जालंधर के ट्रिनिटी कॉलेज में सेंट जोसेफ स्कूल, फिरोजपुर कैंट की सेंट टेरेसा चर्च तथा अमृतसर के सेंट फ्रांसिस स्कूल में शांति के लिए प्रार्थना के पश्चात जालंधर में पंजाब के तमाम जिलों से आए प्रतिनिधियों ने विशाल संयुक्त रोष मार्च निकाला। ट्रिनिटी कॉलेज के प्रबंध निदेशक फादर पीटर ने हजारों की तादाद वाले रोष मार्च की अगुवाई की। अपने विशेष संबोधन में उन्होंने कहा कि काफी अरसे से मणिपुर में एक बड़ी साजिश के तहत बड़े पैमाने पर बेहद शर्मनाक घटनाएं और हिंसा हो रही है। केंद्र सरकार खामोश है। लगता है कि वह ऐसा कुछ करना ही नहीं चाहती, जिससे मणिपुर में हालात सामान्य हो जाएं।