16 जून। यूथ फॉर स्वराज ने कहा है कि वह शुरू से ही सरकार से सुरक्षित रोजगार की मांग करता रहा है लेकिन सरकार अग्निपथ योजना के तहत होनेवाली भर्ती मात्र 4 साल के लिए कर रही है। इनमें से मात्र 1 चौथाई का सेवाकाल आगे बढ़ाया जाएगा और 75 फीसद को बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा। ऐसे में अस्थायी रोजगार देकर सरकार युवाओं को बेरोजगारी के मुंह में धकेल रही हैं।
हालांकि सरकार कहती है कि राज्य सरकारें अपने यहां पुलिस आदि की भर्ती में इन युवाओं को प्राथमिकता देंगी, लेकिन राज्य सरकारों का रिकार्ड दर्शाता है कि वर्षों तक भर्ती नहीं निकलती, निकलती है तो परीक्षा का परिणाम नहीं आता, युवाओं की वर्षों तक नियुक्ति नहीं होती।
दूसरा सवाल राष्ट्रीय सुरक्षा का है। कई पूर्व सैन्य अधिकारी बताते हैं कि 10 साल के अनुभव के बाद एक जवान युद्ध में खुद को लड़ने लायक बना पाता है। अगर भर्ती मात्र 4 साल के लिए होगी तो यह राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ होगा।
तीसरा, सेना में कुछ भर्ती अपने अंतिम पड़ाव जैसे डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन पर है, इस फैसले के आने के बाद उन सभी भर्ती पर रोक लगा दी है। ऐसे में वह युवा जो सालों से नौकरी का सपना देख रहा था और आनेवाले महीनों में उसके सपने पूरे होनेवाले थे वह अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहा है।
यूथ फॉर स्वराज ने सरकार के फैसले का पुरजोर विरोध करते हुए आंदोलनकारी युवाओं से अहिंसक आंदोलन का आह्वान किया है।
– अंकित त्यागी
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