अग्निपथ योजना के विरोध में भारत बंद का दिखा असर

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20 जून। अग्निपथ योजना पर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच कुछ संगठनों ने सोमवार को भारत बंद का ऐलान कर दिया। इसका असर बिहार, दिल्ली, झारखंड, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, पंजाब, केरल, तेलंगाना समेत लगभग हर राज्य में दिखाई दिया। ‘अग्निपथ योजना’ के खिलाफ सोशल मीडिया पर ‘भारत बंद’ के आह्वान को लेकर कई राज्य अलर्ट पर रहे।

बिहार के कई जिलों में इंटरनेट सेवाएं प्रभावित रहीं, जिनमें कैमूर, भोजपुर, बक्सर, औरंगाबाद, रोहतास, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, समस्तीपुर, नवादा, बेगूसराय, लखीसराय, सारण, वैशाली, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मधुबनी, गया, खगड़िया, शेखपुरा और जहानाबाद शामिल हैं। इन 20 जिलों में इंटरनेट सेवाएँ बंद कर दी गयीं। चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती रही।

झारखंड में भी भारत बंद के चलते स्कूलों को बंद करने का एलान किया गया है। इसके अलावा परीक्षाओं को भी स्थगित कर दिया गया है।

दिल्ली के कुछ हिस्सों में ट्रैफिक जाम देखा गया क्योंकि पुलिस ने शहर और उसके सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी है। दिल्ली-नोएडा डायरेक्ट फ्लाईवे और दिल्ली-गुड़गाँव एक्सप्रेसवे पर भी भारी ट्रैफिक जाम देखा गया। पुलिस ने कानून-व्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ने की कोशिश करनेवाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी थी। कांग्रेस के नेताओं ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के जंतर मंतर पर ‘अग्निपथ’ योजना के विरोध में सभा की। प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने कई जगह सड़कें बंद कर दी थीं।

वहीं पश्चिम बंगाल में भी पुलिस किसी भी संभावित स्थिति से निपटने के लिए तैयार दिखी। युवाओं से किसी अप्रिय घटना में शामिल नहीं होने की अपील की गई।

केरल पुलिस ने कहा, कि हिंसा या सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुँचाने वाले किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार करने में कोई कोताही नही बरती जाएगी।

पंजाब में सभी संवेदनशील सैन्य ठिकानों और केंद्र सरकार के दफ्तरों, आसपास के इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई। हरियाणा में भी विरोध प्रदर्शनों के बीच भारत बंद को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम कड़े कर दिए गए । फरीदाबाद पुलिस ने कहा, कि वे किसी भी अप्रिय घटना को टालने की कोशिश कर रहे हैं। कई स्थानों पर नाकाबंदी की गई थी।

तेलंगाना में अग्निपथ योजना के खिलाफ भारत बंद के बीच काचीगुड़ा रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा बल तैनात रहे। आरपीएफ एससीआर इंस्पेक्टर धर्मेंद्र कुमार ने कहा, कि RPF, GRP, स्थानीय पुलिस और सशस्त्र रिजर्व बलों को तैनात किया गया है। केवल टिकट वाले लोगों को ही परिसर में जाने की अनुमति दी जा रही है।

वहीं उत्तर प्रदेश में कुल मिलाकर स्थिति सामान्य रही। बलिया, उत्तर प्रदेश में किसी भी बड़े राजनीतिक दल ने भारत बंद का समर्थन नहीं किया था।

सेना में भर्ती के लिए केंद्र की ‘अग्निपथ’ अल्पकालिक संविदा भर्ती योजना को लेकर भारत बंद के आह्वान के बीच आज 500 से अधिक ट्रेनों को भी रद्द कर दिया गया है। पिछले पाँच दिनों में प्रदर्शनकारियों द्वारा की गई आगजनी और दंगों के कारण रेलवे को संपत्ति का बड़ा नुकसान हुआ है।

विभिन्न राजनीतिक पार्टियों ने भी भारत बंद को लेकर टिप्पणी किया है।

कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, कि ‘अग्निपथ योजना’ को लेकर न तो किसी समिति से चर्चा हुई और न ही इसे संसद में पेश किया गया। यह हमारे लोकतांत्रिक अधिकारों का उल्लंघन है। हमने राष्ट्रपति से इसे संज्ञान में लेने का अनुरोध किया है।

गुजरात के दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने कहा, कि यह मेहनती युवकों और भारतीय सेना के सिपाहियों के जले पर नमक छिड़कने जैसा है। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने भी भारत बंद का समर्थन करते हुए कहा कि विधायक और सांसद 90 साल की उम्र तक चुनाव लड़ सकते हैं और पेंशन भी ले सकते हैं, मगर चार साल की सेवा के बाद युवाओं पर सेवानिवृत्ति थोपना गलत है, हम ऐसा नहीं होने देंगे।

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