नाटक, जनगीत, नृत्य नाटिका के माध्यम से सांस्कृतिक आंदोलन तेज करने की अपील
27 सितंबर। 25 सितंबर को इंदौर में अभिनव समाज कला हॉल में यूथ फेस्ट का आयोजन किया गया जिसमें लगभग 18 प्रस्तुतियां मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों के प्रतिभागियों द्वारा प्रस्तुत की गईं जिसमें छह नाटक, नृत्य नाटिका, सामूहिक जनगीत, मूक अभिनय, कविता पाठ, मैजिक जैसी सांस्कृतिक गतिविधियां आकर्षण का केंद्र बनीं। इन गतिविधियों में देश के महान क्रांतिकारी बिरसा मुंडा के जीवन पर आधारित ‘महान बिरसा’ नाटक के मंचन ने दर्शकों को बहुत आकर्षित किया। जात-पांत की समस्याओं को लेकर प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानी ‘सदगति’ का मंचन हुआ। महिलाओं, बच्चियों के खिलाफ बढ़ रहे अपराधों पर आधारित जागृति ग्रुप की ओर से प्रस्तुत हुई नृत्य नाटिका ने युवाओं को काफी आकर्षित करते हुए समाज की पीड़ा से अवगत कराया। यूथ फेस्टिवल में आसपास के जिलों बड़वानी, खरगोन, अलीराजपुर के साथी शामिल हुए जिसमें अलीराजपुर से आदिवासी संस्कृति को प्रदर्शित करता हुआ एक नृत्य प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम की शुरुआत जाने-माने साहित्यकार प्रोफेसर सरोज कुमार ने पोस्टर प्रदर्शनी के उदघाटन से की। मुख्य वक्ता के रूप में महिला सांस्कृतिक संगठन की मध्य प्रदेश राज्य सचिव श्रीमती रचना अग्रवाल ने कहा कि आज जिस तरह की अश्लीलता व अपसंस्कृति माहौल में व्याप्त है, ऐसे में गैर समझौतावादी धारा के महान क्रांतिकारियों के जीवन संघर्ष से सीख लेना व उनके चरित्र को युवाओं के बीच में स्थापित करना होगा, वर्तमान की सामाजिक समस्याओं पर युवाओं को आगे आकर जिम्मेदारी लेनी होगी। दिल्ली से आए एआईडीवायओ के राष्ट्रीय महासचिव अमरजीत कुमार जी ने शहीद भगतसिंह के जीवन संघर्ष पर गहराई के साथ प्रकाश डाला और कहा कि समाज परिवर्तन में युवाओं की ऐतिहासिक भूमिका है। अच्छे गीत, कहानी, नाटक के माध्यम से सामाजिक, सांस्कृतिक आंदोलन को तेज करना वक्त की जरूरत है। कार्यक्रम में सुरेश उपाध्याय, सफी शेख, रामस्वरूप मंत्री, मितिन अग्रवाल, रामबाबू अग्रवाल उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के समापन में जो विभिन्न टीमें विभिन्न जिलों से आई थी उनको प्रतीक चिन्ह देकर विदा किया गया। धन्यवाद ज्ञापन सिद्धांत साहू ने और कार्यक्रम का संचालन प्रमोद नामदेव एवं पारुल शर्मा ने किया।
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