4 दिसंबर। आदिवासी सेंगेल अभियान की ओर से रविवार को झारखंड के जमशेदपुर के करनडीह स्थित ऑल इंडिया संताली एजुकेशन काउंसिल के मुख्य कार्यालय में एकता प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। उक्त सभा में एएसए के राष्ट्रीय अध्यक्ष-सह पूर्वसांसद सालखन मुर्मू सपत्नीक शामिल हुए। एकता प्रार्थना का संचालन तिलका मुर्मू ने किया। यह एकता प्रार्थना भारत के 5 प्रदेशों के 50 जिलों और 250 प्रखंडों में प्रत्येक रविवार को आयोजित की जाती है।
उक्त प्रार्थना सभा के माध्यम से आदिवासी सेंगेल अभियान (सेंगेल) के नेता कार्यकर्ता सपरिवार शामिल होते हैं, आपसी एकता एवं भाईचारा का संदेश देते हैं। उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद ने झारखंड एवं बृहद झारखंड क्षेत्र के आदिवासियों के सामने उठ रहे खतरों को चिह्नित करते हुए समाधान की दिशा में कार्य करने की नसीहत दी। जिसके तहत राष्ट्रीय स्तर पर आदिवासी नेतृत्व को स्थापित करना, देश के संविधान को अंगीकृत करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा करते हुए अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए निरन्तर संघर्ष करना तथा सरना धर्म कोड की मान्यता के साथ आदिवासियों के अस्तित्व, पहचान और हिस्सेदारी की रक्षा करना शामिल है।
आदिवासी सेंगेल अभियान की केंद्रीय संयोजक सुमित्रा मुर्मू, बिरसा मुंडा, बिमो मुर्मू के अतिरिक्त सीताराम मांझी, भगीरथ मुर्मू, शोमाय सोरेन, अर्जुन मुर्मू, ज्योति मुर्मू, छिता मुर्मू, मनोज मुर्मू, मंगल आलड़ा, डी.आर मार्डी, बहादुर हंसदा, सिदो मुर्मू, सिंगराय सोरेन, मंगल टूडू, जूनियर मुर्मू , वासुदेव मुर्मू, सोनोत हंसदा, किशुन हांसदा आदि शामिल हुए।