17 दिसंबर। उत्तर प्रदेश के जौनपुर में दलित रसोइये के बनाए गए मिड डे मील को एक सवर्ण शिक्षिका ने जमीन पर फेंक दिया। आरोप है कि सवर्ण जाति की शिक्षिका ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि खाना दलित रसोइया ने बनाया था। इस पर जबरदस्त हंगामा हुआ। इतना ही नहीं, आरोपित अध्यापिका मौके पर पहुँचे खंड शिक्षा अधिकारी से भी कहासुनी कर बैठीं। मामला जौनपुर जिले के रामनगर विकास खंड के आदर्श प्राथमिक विद्यालय मड़ियाहूं (प्रथम) का है। उक्त विद्यालय में मिड-डे-मील बनाने के लिए अनुसूचित जाति की संतरा देवी रसोइया के तौर पर तैनात हैं। संतरा देवी ने सुबह 200 बच्चों के लिए मेन्यू के हिसाब से दाल-चावल बनाया था। आरोप है कि वहीं तैनात सहायक अध्यापिका तैश में रसोई में पहुँचीं। दाल-चावल जमीन पर फेंक दिया।
वहीं शिक्षिका ने भी सफाई दी कि लगातार मिड डे मील की गुणवत्ता खराब चल रही थी। खाने में कीड़े निकलते थे। बच्चे उनसे शिकायत करते थे। वे रसोइया और प्रधान को गुणवत्ता सुधारने के लिए कहती थीं, लेकिन कोई नहीं सुनता था। मंगलवार को भी गुणवत्ता खराब थी, तो उन्होंने खाने को फेंक दिया। दलित रसोइया होने पर खाना फेंकने का आरोप निराधार है। सूचना पाकर मौके पर पहुँचे नायब तहसीलदार संतोष कुमार सिंह व खंड शिक्षा अधिकारी अजीत सिंह ने छुट्टी कर बच्चों को घर भेज दिया तथा खंड शिक्षा अधिकारी की आख्या पर बीएसए ने आरोपी अध्यापिका को सस्पेंड कर दिया है।