झारखंड में बेहतर शिक्षा व्यवस्था के लिए बच्चों और अभिभावकों का प्रदर्शन

0

14 अप्रैल। झारखंड के लातेहार जिला अंतर्गत गारू प्रखंड के कई गाँवों के बच्चे और उनके माता-पिता बड़ी संख्या में प्रखंड मुख्यालय पर इकट्ठे हुए और एकल शिक्षक विद्यालयों के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करते हुए शिक्षा के अधिकार अधिनियम के मानदंडों के अनुसार शिक्षकों की तैनाती की माँग को लेकर एक रैली निकाली। रैली के अंत में बच्चों और उनके माता-पिता ने प्रखंड कार्यालय पर प्रदर्शन किया और जोरदार तरीके से अपनी माँगें रखीं। इसके बाद प्रखंड परिसर में ही एक जनसभा का आयोजन किया गया। सभा में स्कूलों की स्थिति पर चर्चा की गयी और शिक्षा अधिकार अधिनियम के अनुसार विद्यालय में शिक्षकों की बढ़ोत्तरी की माँग की।

अर्थशास्त्री ज्यां द्रेज ने ‘जनचौक न्यूज’ के हवाले से बताया, कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि झारखंड के 30 फीसद स्कूलों में केवल 1 शिक्षक है। अगर सरकारी स्कूलों का यही दुर्दशा रही तो आने वाले दिनों में झारखंड शिक्षा में काफी पिछड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि हर स्कूल में कम से कम 2 शिक्षक नियुक्त किये जाएं। शिक्षा अधिकार अधिनियम के तहत प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय में कम से कम दो शिक्षक होने चाहिए और प्रत्येक 30 बच्चों के लिए कम से कम एक शिक्षक होना चाहिए। ऐसा न होने पर एकल शिक्षक स्कूल अवैध हैं। प्राथमिक शिक्षा का अधिकार बच्चों का मूल अधिकार है।


Discover more from समता मार्ग

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Leave a Comment