19 जून। उत्तर प्रदेश के एटा जिले में एक 32 वर्षीय दलित युवक के उत्पीड़न का मामला सामने आया है। दलित युवक को कथित उच्चजाति के लोगों ने बेरहमी से पीटा और उसका गुप्तांग काट दिया। आरोप लगा है कि उन्होंने सिर्फ एक पेड़ काटने को लेकर हुई तकरार में दलित युवक पर यह अत्याचार किया है। पीड़ित सतेंद्र कुमार ने मीडिया के हवाले से बताया कि उसकी चार महीने की गर्भवती पत्नी को भी कुल्हाड़ी से मारा गया और बुरी तरह पीटा गया। घटना के दो दिन बाद दो आरोपियों विक्रम सिंह ठाकुर और भूरे ठाकुर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
कोतवाली देहात के एसएचओ शंभूनाथ सिंह ने मीडिया के जरिये बताया कि दोनों आरोपी फरार हैं, और उन्हें पकड़ने के प्रयास जारी हैं। पीड़ित ने मीडिया के हवाले से बताया कि तथाकथित ऊंची जाति के लोग मेरी जमीन पर एक पेड़ काट रहे थे। जब मैंने आपत्ति की, तो उन्होंने मुझे गालियां दीं और जातिसूचक शब्द कहे। फिर विक्रम और भूरे ने मुझे पकड़ लिया और बुरी तरह पिटाई की। विक्रम ने चाकू निकाला और मेरे प्राइवेट पार्ट को काटने की कोशिश की, घाव पर डॉक्टरों को 12 टांके लगाने पड़े। पीड़ित ने आगे बताया, कि मदद के लिए मेरी चीख सुनकर मेरी चार महीने की गर्भवती पत्नी दौड़ी आई। भूरे ने उस पर कुल्हाड़ी से हमला किया, जिससे उसकी बाईं कलाई में चोट लग गई।
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