22 जून। नौकरी के लिए भोपाल में चयनित शिक्षकों का धरना जारी है। कुछ दिनों पहले इन शिक्षकों ने सरकार को सद्बुद्धि के लिए भागवत कथा का आयोजन किया था। विदित हो कि इन शिक्षकों ने 8 मई से अपना विरोध प्रदर्शन शुरू किया है, और इसके बाद से ये भूख हड़ताल करते हुए प्रदर्शन करते आ रहे हैं। इस दौरान इन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी मिलकर अपनी परेशानी बताई है। इससे पहले ये भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा से भी मिल चुके हैं, लेकिन सरकार की ओर से अब तक कोई सकारात्मक निर्णय नहीं आया है।
पाँच साल पहले हुई शिक्षक भर्ती परीक्षा पास इन अभ्यर्थियों का कहना है कि शिक्षक भर्ती में कई सारी विसंगतियां देखने को मिली हैं, जिसमें नामों की पुनरावृत्ति, रोस्टर का सही पालन ना करना, आरक्षण नियमों का उल्लंघन और फर्जी विकलांगता प्रमाणपत्र लेकर नौकरी पाने जैसे मामले शामिल हैं। ऐसे में सरकार को शिक्षक भर्ती को पूरी गंभीरता बरतते हुए करना चाहिए। अभ्यर्थियों ने बताया, कि मध्यप्रदेश के सभी जिलों से आए अभ्यर्थी यहाँ धरने में शामिल हुए हैं और रोजगार की माँग कर रहे हैं। उनकी माँग है कि समस्त विसंगतियों पर उचित कार्रवाई करते हुए अपात्र शिक्षकों को तुरंत बाहर किया जाए तथा अन्य पात्र चयनित शिक्षकों को मेरिट क्रम में नियुक्ति प्रदान की जाए। इन्होंने आगे कहा कि अगर सरकार इनकी माँगों पर जल्द से जल्द काम शुरू नहीं करती है, तो ये समाज को साथ लेकर रोजगार के लिए आंदोलन करेंगे।