रीवा में सुअर पालकों का महापड़ाव 276 दिन बाद भी जारी

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8 जुलाई 2023. सुअर पशु पालकों को मृत सुअरों का मुआवजा दिलाए जाने व पशु चिकित्सा विभाग के प्रमुखों के खिलाफ कार्रवाई किये जाने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा की अगुआई में बसोर समाज का कलेक्ट्रेट रीवा के समक्ष महापड़ाव 276वें दिन भी जारी रहा। मोर्चा के संयोजक शिव सिंह ने बताया कि एक दिवसीय प्रवास पर संयुक्त किसान मोर्चा राष्ट्रीय कमेटी के प्रमुख पूर्व विधायक डॉ सुनीलम ने विगत 9 माह से एसकेएम की अगुवाई में रीवा कलेक्ट्रेट के समक्ष जारी महापड़ाव में पहुंचकर गरीब आंदोलनकारियों की समस्याएं सुनने के बाद शिवराज सरकार को गरीब और दलित विरोधी बतलाते हुए कहा कि रात-दिन मुख्यमंत्री गरीबों की बात करते हैं लेकिन आज तक सरकार का कोई भी नुमाइंदा इन गरीबों की पीड़ा सुनने नहीं पहुंचा है। संयुक्त किसान मोर्चा ने राज्य सरकार से जल्द से जल्द मुआवजे देने की मांग की है। उन्होंने सुअर पालकों के बहादुराना संघर्ष को सलाम करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार पेशाब कांड के अपराधी प्रवेश शुक्ला को, पीडित का फर्जी शपथपत्र बनवाकर, बचाने की साजिश कर रही है ।

डॉ सुनीलम ने कहा किसान आंदोलन में रीवा ने नया इतिहास बनाया है। उन्होंने रीवा के किसानों, मजदूरों, गरीबों को लंबा किसान आंदोलन चलाने के लिए बधाई देते हुए अपील की कि वे संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा निकाली जाने वाली जिला स्तरीय यात्राओं, प्रदेश सम्मेलन और राजभवन पर आयोजित होने वाली महापंचायत में बढ़चढ़ कर भागीदारी करें।

महापड़ाव में प्रमुख रूप से मोर्चे के नेता एवं आंदोलनकारी ग्वालियर से शत्रुघन यादव, जिला अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह बघेल, मीसाबंदी रामेश्वर सोनी, इंद्रजीत सिंह शंखू, संत कुमार पटेल, प्रदीप बसोर, शकोचिल प्रसाद बसोर, राजाराम उर्फ राजा बसोर, बाबूलाल बंसल पार्षद, शंकरलाल मलखान बंसल, गीता दिनेश आदि आंदोलनकारी उपस्थित रहे। महापड़ाव स्थल पर लगातार लंगर जारी है।

धरना स्थल से मध्य प्रदेश के पशुपालन मंत्री, पशुपालन विभाग के प्रमुख सचिव, रीवा के प्रभारी मंत्री, स्थानीय विधायक, जिलाधीश सभी को फोन किया गया, किसी ने भी फोन उठाकर बातचीत करने की आवश्यकता नहीं समझी।

– शिव सिंह
संयोजक, संयुक्त किसान मोर्चा रीवा संभाग, मध्य प्रदेश

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