3 सितंबर। केंद्र सरकार द्वारा आकस्मिक बुलाये गए संसद के विशेष सत्र से उत्तर प्रदेश में भर्तियों का इंतजार कर रहे लाखों छात्र बेहद चिंतित हैं कि अगर शिक्षा आयोग के गठन और लंबित भर्तियों को लेकर सरकार का रवैया गैरजिम्मेदाराना बना रहा तो भर्तियां कहीं आचार संहिता की भेंट न चढ़ जाएं। ऐसे में सरकार पर दबाव बनाने के लिए 5 सितंबर को पत्थर गिरजाघर में आयोजित युवा पंचायत को सफल बनाने के लिए छात्र पूरी ताकत से जुटे हैं। संयुक्त युवा मोर्चा ने नागरिक समाज, अधिवक्ता, लेखक, शिक्षक, ट्रेड यूनियन, छात्र नेताओं समेत अन्य प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया है। नागरिक समाज, अधिवक्ता मंच समेत अन्य तमाम संगठनों द्वारा संयुक्त युवा मोर्चा के रोजगार अधिकार अभियान का समर्थन किया गया है।
युवा पंचायत की तैयारी के लिए रविवार को प्रयागराज के सलोरी में संयुक्त युवा मोर्चा के पदाधिकारियों ने छात्रों से संवाद कर 5 सितंबर को 11 बजे पत्थर गिरजाघर पहुंचने की अपील की।
युवा संवाद में बोलते हुए संयुक्त युवा मोर्चा की केंद्रीय टीम के सदस्य राजेश सचान ने कहा कि सरकारी विभागों में रिक्त पदों को पारदर्शी तरीके से भरने का चुनावी वायदा किया गया था जिससे आज सरकार मुकर रही है। अरसे से ठप चयन प्रक्रिया तत्काल शुरू की जाए अन्यथा सरकार को इसका खमियाजा भुगतना पड़ेगा।
युवा मंच अध्यक्ष अनिल सिंह ने कहा कि प्रदेश में 6 लाख से ज्यादा पद रिक्त पड़े हुए हैं लेकिन इन रिक्त पदों को भरने के वायदे को पूरा करने के बजाय सिर्फ और सिर्फ सरकार प्रोपेगैंडा में लगी है। उन्होंने आरोप लगाया कि जानबूझकर सरकार विवादों को पैदा कर चयन प्रक्रिया बाधित कर रही है। ताजा उदाहरण विधानमंडल से पारित शिक्षा सेवा चयन आयोग विधेयक में शिक्षकों की सेवा सुरक्षा संबंधी माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड अधिनियम 1982 की धारा 21 को शामिल न करना है।
संयुक्त युवा मोर्चा टीम उत्तर प्रदेश के सदस्य ई. राम बहादुर पटेल व अनिल पाल ने बताया कि युवा पंचायत में प्रमुख रूप से शिक्षा आयोग का तत्काल गठन करने, टीजीटी और पीजीटी के विज्ञापन 22 में सभी रिक्त पदों(25 हजार सरकारी आंकड़ा है) को शामिल करने, प्राथमिक विद्यालयों के खत्म किए गए 1.39 लाख पदों को बहाल कर सभी रिक्त पदों पर चयन प्रक्रिया शुरू करने, एलटी व प्रवक्ता जीआईसी), पुलिस, तकनीकी संवर्ग आदि सभी रिक्त पदों को भरने के चुनावी वायदे को सरकार आम चुनाव के पहले भरने जैसे मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित कर तत्काल मांगों को पूरा करने की अपील की जाएगी।
संवाद के दौरान ई. राम बहादुर पटेल, अनिल पाल, प्रमोद दुबे, पंकज त्रिपाठी समेत सैकड़ों छात्रों की मौजूदगी रही।
– अनिल सिंह
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