21 जून। बेरोजगारी के मसले पर युवाओं को लामबंद करने में जुटे युवा हल्ला बोल ने पंजाब में नियुक्तियों के सियासी इस्तेमाल को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर निशाना साधा है। इससे पहले युवा हल्ला बोल ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जन्मदिन पर उत्तर प्रदेश बेरोजगार दिवस मनाकर और नियुक्तियों के फर्जी आंकड़ों का भंडाफोड़ करके उत्तर प्रदेश सरकार को कठघरे में खड़ा किया था।
युवा हल्ला बोल के अध्यक्ष अनुपम ने बताया कि पंजाब में डीएसपी और तहसीलदार जैसे पदों पर कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं के भाई-भतीजों और रिश्तेदारों की नियुक्तियां की जा रही हैं। शायद इस तरह धड़ों में बंटी पंजाब कांग्रेस पर अमरिंदर सिंह अपनी पकड़ बनाए रखना चाहते होंगे। लेकिन नियम-कायदों को ताक पर रखने का हक किसी को नहीं है। सरकार को भी नियम-कायदों के भीतर काम करना पड़ता है।
युवा हल्ला बोल की चंडीगढ़ यूनिट के प्रमुख हर्षित सिंह ने कहा कि पंजाब में सियासी गोटियां बिठाने के लिए जिस तरह नियुक्तियों का इस्तेमाल हो रहा है उससे पंजाब के युवाओं में असंतोष बढ़ता जा रहा है। वहीं युवा हल्ला बोल के राष्ट्रीय समन्वयक गोविन्द मिश्रा ने बताया कि पिछले दिनों क्लर्क के 41 खाली पदों के लिए चंडीगढ़ प्रशासन को अठारह हजार से ज्यादा आवेदन प्राप्त हुए। जहां बेरोजगारी की यह दशा हो वहां अगर कभी-कभार होनेवाली थोड़ी बहुत नियुक्तियों में पारदर्शिता भी न रहे तो तो आज नहीं तो कल युवाओं का गुस्सा फूटेगा ही। अनुपम ने संकेत दिए कि आनेवाले विधानसभा चुनावों में तीन किसान विरोधी कानूनों के साथ ही बेरोजगारी का मुद्दा भी एक बड़ा मुद्दा बनने जा रहा है।
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