यूथ फॉर स्वराज ने संविदा नियुक्ति पर लिखा गहलोत को पत्र

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24 जून। छात्र-युवा संगठन यूथ फॉर स्वराज ने राजस्थान के मुखमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर कहा है कि राज्य के युवा लंबे समय से कंप्यूटर शिक्षक भर्ती शुरू करने की मांग कर रहे हैं लेकिन राज्य सरकार संविदा पर शिक्षक भर्ती करना चाहती हैजिसका युवा खुलकर विरोध कर रहे हैं। ऐसे में सरकार को अपना फैसला वापिस लेना चाहिए और नियमित शिक्षक भर्ती शुरू करनी चाहिए।

राजस्थान में लगभग 15 हजार स्कूल आज भी कंप्यूटर शिक्षकों का इंतजार कर रहे हैं। इन स्कूलों में काफी समय तक ठेके पर रखे गये शिक्षकों के सहारे शिक्षा प्रदान की जाती रही। कंप्यूटर शिक्षा की खराब स्थिति पर हाईकोर्ट ने सरकार से नियमावली बनाने और जल्द पद भरने का आदेश दिया है।

यूथ फॉर स्वराज राजस्थान के संयोजक योगेश जांगिड़ ने कहा, ‘संविदा भर्ती का विरोध न केवल राजस्थान के युवा कर रहे हैं बल्कि खुद प्रियंका गाँधी ने उत्तर प्रदेश में संविदा पर शिक्षक भर्ती का खुलकर विरोध किया है यूथ फॉर स्वराज एम्प्लॉयमेंट फ्रंट के संयोजक अंकित त्यागी ने राजस्थान के मुख्यमंत्री को याद दिलाया है कि उनकी पार्टी पूरे देश में निजीकरणठेका प्रथासंविदा पर नियुक्ति आदि का विरोध कर रही हैऐसे में अपने राज्य में इस नीति को लागू करना उनकी कथनी और करनी में अंतर को दर्शाता है।

अंकित त्यागी ने बताया कि CMIE के अनुसार आज राजस्थान देश के तीन उन राज्यों में है जहां बेरोजगारी दर सबसे ज्यादा है। जहाँ देश में बेरोजगारी दर 10.6 फीसद है वहीं राजस्थान में 27.6 फीसद है। पढ़े-लिखे युवा जिन्होंने स्नातक या उससे ज्यादा पढ़ाई की है उनमें बेरोजगारी दर 54.3 फीसद के भयंकर स्तर पर है। महिलाओं में बेरोजगारी दर 69.2 फीसद है। ऐसे में संविदा की भर्ती निकालना जले पर नमक छिड़कने जैसा है।

यूथ फॉर स्वराज की ओर से मुख्यमंत्री को लिखा गया पत्र स प्रकार है-

श्री अशोक गहलोत

मुख्यमंत्री

राजस्थान सरकार

विषय – राज्य में कंप्यूटर शिक्षक भर्ती को संविदा की जगह स्थाई तौर पर निकालने हेतु

श्रीमानजी,

स्कूल एजुकेशन की वेबसाइट के अनुसार वर्ष 2018-19 में राजस्थान में 8669436 बच्चे राजस्थान के सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे हैं। 14 हज़ार स्कूल ऐसे हैं जहाँ 9वीं व 10वीं कक्षाओं में कंप्यूटर विषय की पढ़ाई हो रही है। कंप्यूटर शिक्षा के प्रति आपकी सरकार ने सराहनीय कार्य करते हुए 10 हजार से ज्यादा कंप्यूटर प्रयोगशाला का निर्माण किया है।

राज्य के 10वीं तक के स्कूलों में कंप्यूटर विज्ञान एक अनिवार्य विषय है जिसे पढ़ाने के लिए स्थायी शिक्षकों का होना भी अनिवार्य है। दुख की बात यह है कि लगभग 15 हजार स्कूल आज भी कंप्यूटर शिक्षकों का इंतजार कर रहे हैं। इन स्कूलों में काफी समय तक ठेके पर रखे गये शिक्षकों के सहारे शिक्षा प्रदान की जाती रही। कंप्यूटर शिक्षा की खराब स्थिति पर हाई-कोर्ट ने सरकार से नियमावली बनाने और पदों को भरने के आदेश जारी किये हैं।

राज्य में हजारों युवा सोशल मीडिया के माध्यम से भर्ती प्रक्रिया शुरू करवाने की मांग लंबे समय से कर रहे हैंलेकिन आपकी तरफ से कोई भी संतोषजनक उत्तर इन युवाओं को नहीं मिला है। और अब जब उत्तर मिला वह भी काफी पीड़ादायक है। आपके कार्यालय की तरफ से एक बयान जारी करते हुए बताया गया है कि सरकार राज्य में संविदा पर कंप्यूटर शिक्षकों की भर्ती शुरू करने जा रही हैजिसका युवा लंबे समय से विरोध कर रहें हैं।

संविदा भर्ती का विरोध न केवल राजस्थान के युवा कर रहे हैं बल्कि आपकी पार्टी के ही बड़े नेताओं में से एक श्रीमती प्रियंका गाँधी वाड्रा जी द्वारा भी किया जाता रहा है। खुद प्रियंका गाँधी ने उत्तर प्रदेश में संविदा पर शिक्षक भर्ती का खुलकर विरोध किया हैफिर ऐसे में राज्य के लाखों युवा आपसे पूछना चाहते हैं कि आप क्यों राजस्थान में संविदा के तहत भर्ती करना चाहतें हैं?

माननीय मुख्यमंत्री जी उम्मीद है, अपने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति भी पढ़ी होगी जिसमें नियमित शिक्षक भर्ती की अनुशंसा की गई है। क्या आपको नहीं लगता कि शिक्षा संविदा के सहारे नहीं चल सकती। आप और आपकी पार्टी पूरे देश में निजीकरणठेका प्रथासंविदा आदि का विरोध कर रही हैऐसे में अपने राज्य में इस नीति को लागू करना आपकी कथनी और करनी में अंतर को दर्शाता है। युवा और शिक्षा विरोधी आपकी नीतियाँ युवाओं में आपकी सरकार और आपकी पार्टी के प्रति निराशा को जन्म दे रही है।

CMIE के अनुसार आज राजस्थान बेरोजगारी दर में देश के टॉप 3 राज्यों में आता है। जहाँ देश में बेरोजगारी दर 10.6% है वहीं राजस्थान में 27.6 % है। पढ़े लिखे युवा जो स्नातक या उस से ज्यादा की पढाई किये हुए हैं उनमें बेरोजगारी दर 54.3% के भयंकर स्तर पर है। महिलाओं में बेरोजगारी दर 69.2% के शीर्ष पर है। ऐसे में सवाल उठता है कि आपकी सरकार हाथ पर हाथ धरे क्यों बैठी हैं?

बेरोजगारी की महामारी में आपसे अनुरोध है कि 15 हजार कंप्यूटर शिक्षक भर्ती को नियमित रूप से निकाला जाए, न कि संविदा पर। आशा है आप अपने निर्णय पर पुनः विचार करेंगे और राजस्थान को एक बेहतर शिक्षा व्यवस्था प्रदान करने की तरफ कार्य करेंगे।

धन्यवाद,

सुनील कुमार

ऑफिसिएटिंग प्रेसिडेंटयूथ फॉर स्वराज

अंकित त्यागीसंयोजकएम्प्लॉयमेंट फ्रंट, यूथ फॉर स्वराज

योगेश जाँगिड़संयोजकयूथ फॉर स्वराज, राजस्थान

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