9 अगस्त। अखिल भारतीय संयुक्त अभियान समिति के आह्वान पर इंदौर के विभिन्न श्रमिक संगठनों, किसान संगठनों तथा कर्मचारी संगठनों ने संयुक्त रूप से 9 अगस्त को भारत बचाओ दिवस मनाया। मानव श्रृंखला बनायी गयी और विरोध प्रदर्शन करके प्रधानमंत्री के नाम संभाग आयुक्त को ज्ञापन दिया गया। सभा की गयी। मानव श्रृंखला और विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व पूर्व सांसद कल्याण जैन, श्यामसुन्दर यादव, हरिओम सूर्यवंशी, अरुण चौहान रुद्रपाल यादव, रामस्वरूप मंत्री, कैलाश लिंबू दिया, प्रमोद नामदेव आदि ने किया।
विरोध दर्शन में प्रमुख रूप से एटक, इंटक, सीटू, एचएमएस, बीएसएनएल कर्मचारी यूनियन, मध्यप्रदेश बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन, बीमा कर्मचारी यूनियन, स्वाश्रयी महिला समिति सेवा, आंगनवाड़ी यूनियन,एआईटीयूसी,बीमा कर्मचारी यूनियन,अखिल भारतीय किसान सभा, किसान संघर्ष समिति, इंजीनियरिंग मजदूर संगठन, एल ऐंड टी मजदूर यूनियन सहित विभिन्न श्रम संगठनों के कार्यकर्ताओं ने भागीदारी की। मानव श्रृंखला और प्रदर्शन में बड़ी संख्या में आशा उषा कार्यकर्ता और महिलाएं भी शामिल थीं।
मानव श्रृंखला के बाद कमिश्नर कार्यालय परिसर में हुई सभा को संबोधित करते हुए विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि जब से केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार आयी है तब से मजदूरों, किसानों के खिलाफ लगातार कानून बनाये जा रहे हैं। सार्वजनिक वितरण प्रणाली संकट में है। बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। अदानी और अंबानी की पूंजी लगातार बढ़ रही है। गैरबराबरी इतनी है कि अडानी और अंबानी प्रति मिनट एक करोड़ रुपया कमा रहे हैं वहीं आम मजदूर को न्यूनतम मजदूरी भी नहीं मिल पा रही है। पूंजीपतियों की तरफदार सरकार के चलते सभी वर्गों का जीना दूभर हो गया है। इसीलिए आज देश भर में भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ पर भारत बचाओ आंदोलन की शुरुआत की गयी है।
सभा को पूर्व सांसद कल्याण जैन, लक्ष्मी नारायण पाठक, अरुण चौहान, रामस्वरूप मंत्री, हरिओम सूर्यवंशी, कविता मालवीय, प्रमोद नामदेव ने संबोधित किया। ज्ञापन का वाचन और सभा का संचालन रुद्रपाल यादव ने किया। विरोध प्रदर्शन में हरिओम सूर्यवंशी, लक्ष्मी नारायण पाठक, रुद्रपाल यादव, सोहनलाल शिंदे, रामस्वरूप मंत्री, अरविंद पोरवाल, कविता मालवीय, भागीरथ कटवाए, सोनू शर्मा, सत्यनारायण वर्मा, कैलाश लिंबूदिया, सीएल सर्रावत, सुशीला यादव, कैलाश गोठा निया, यशवंत पैठणकर, राजेश सूर्यवंशी, माता प्रसाद मौर्य, के के मारोतकर, अजय लागू आदि शामिल थे।
प्रधानमंत्री के नाम दिये गये ज्ञापन में मांग की गयी है कि मजदूर विरोधी श्रम संहिता एवं किसान विरोधी तीनों काले कानून व बिजली बिल वापस लिया जाए। किसानों को फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित किया जाए, पेट्रोल व डीजल सहित आम उपयोग की वस्तुओं में मूल्यवृद्धि पर रोक लगायी जाए, कोरोना लॉकडाउन के कारण वेतन वृद्धि पर लगी रोक हटायी जाए, सरकारी विभागों में खाली पदों पर तुरंत भर्ती की जाए, मनरेगा योजना के बजट में वृद्धि कर 200 दिन काम ₹600 प्रतिदिन के हिसाब से दिया जाए, सभी गैर आयकरदाता परिवारों के खाते में साढ़े सात हजार रु. मासिक तथा 10 किलो प्रतिव्यक्ति राशन मुफ्त दिया जाए। देश के सभी नागरिकों को मुफ्त वैक्सीन लगाना सुनिश्चित किया जाए। सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों बैंक, बीमा, बीएसएनएल, रेलवे के निजीकरण पर रोक लगाई जाए।
गौरतलब है कि देशभर के केंद्रीय श्रमिक संगठनों और किसान संगठनों ने 9 अगस्त को भारत बचाओ दिवस का आह्वान किया था जिसके तहत इंदौर में यह आयोजन हुआ।
-रामस्वरूप मंत्री
संयोजक, किसान संघर्ष समिति