15 अगस्त। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर देश भर में किसान तिरंगा मार्च निकाले जाने की खबरें आयी हैं। संयुक्त किसान मोर्चा ने आह्वान किया था कि स्वाधीनता दिवस को किसान मजदूर आजादी संग्राम दिवस के रूप में मनाया जाएगा और 15 अगस्त को एक-दो स्थान पर केंद्रित कोई बड़ी रैली नहीं होगी बल्कि किसान जगह-जगह तिरंगा मार्च निकालेंगे, अपने घर तथा ट्रैक्टर व अन्य वाहन पर तिरंगा लगाएंगे, स्थानीय स्तर पर सभा करेंगे। इस निर्णय पर अमल करते हुए तमाम किसान संगठनों और किसानों ने जगह-जगह तिरंगा मार्च निकाला, तिरंगा फहराया, देशभक्ति के गीत गाये, सभा की और जब तक तीनों किसान विरोधी कानून वापस नहीं हो जाते और एमएसपी की गारंटी का कानून नहीं बनता तब तक आंदोलन जारी रखने का निश्चय दोहराया। सिंघु बार्डर पर तिरंगा मार्च में पूर्व सैनिक भी शामिल हुए।
जय किसान आंदोलन ने रेवाड़ी के टांकरी से शाहजहांपुर बार्डर तक तिरंगा कावड़ यात्रा निकाली। करीब दस किलोमीटर की यह पदयात्रा शाहजहांपुर बार्डर पहुंची तो यात्रा में शामिल किसानों ने अपने-अपने गांव से लाया जल शहीद किसानों के स्मारक पर चढ़ाया। इस तिरंगा कांवड़ यात्रा में योगेन्द्र यादव और दीपक लाम्बा सहित सैकड़ों लोग शामिल थे। हरियाणा में गुरनाम सिंह चढ़ूनी के नेतृत्व में विशाल तिरंगा मार्च निकला। दक्षिण के राज्यों में भी किसानों के तिरंगा मार्च निकाले जाने की खबरें आयी हैं।
बहुत-से लोगों ने अपने इन कार्यक्रमों के फोटो सोशल मीडिया में डाले हैं। अलबत्ता टीवी चैनलों और अखबारों के लिए किसानों की तिरंगा यात्राएं कोई खबर नहीं हैं। लेकिन किसानों ने जिस तरह 26 जून को देशभर में खेती बचाओ लोकतंत्र बचाओ दिवस मनाकर यह दिखा दिया था कि किसान आंदोलन पूरे देश के किसानों की आवाज है उसी तरह एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि किसान आंदोलन देशव्यापी है और इससे अन्य तबके भी जुड़ते जा रहे हैं। सैकड़ों स्थानों पर निकले तिरंगा मार्च का अलग-अलग समाचार दे पाना संभव नहीं है, लिहाजा कुछ झलकियां भर पेश हैं।

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