— अरमान अंसारी — शिक्षा को गरीबी से मुक्ति के औजार के रूप में देखा जाता रहा है। हाल में हुए अध्ययन इस बात को स्थापित करते हैं कि वर्तमान में दी जा रही शिक्षा गरीब और अमीर के बीच...
— अरमान अंसारी — आम आदमी पार्टी, आंदोलन से आयी हुई पार्टी है। अपने शुरुआती दौर में इस पार्टी ने जनहित के बहुत सारे मुद्दों को राजनीति में हवा देने की कोशिश की। बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा, भ्रष्टाचार जैसे तमाम...
— प्रेम सिंह — दिल्ली विश्वविद्यालय में छह महीने के इंतजार के बाद नए कुलपति की नियुक्ति हो गयी है। प्रो. योगेश सिंह कुलपति कार्यालय से अगले पांच साल तक दिल्ली विश्वविद्यालय का संचालन करेंगे। उनके पहले के कुलपति प्रो....
— दिवेश रंजन — आज देश में दो तरह की शिक्षा व्यवस्था है। एक, पैसेवालों और सक्षम लोगों के लिए, जो अच्छे से अच्छे इंग्लिश मीडियम के स्कूल में पढ़कर देश के उच्च संस्थानों में जाकर अपना भविष्य संवार सकें।...
— सर्वेश कुमार मौर्य — बीसवीं शताब्दी के अंतिम दशक में जब आर्थिक सुधारों की तथाकथित महान ‘ट्रिकिल डाउन थिअरी’ आयी तो उसमें यह बताया-समझाया गया कि जब समृद्धि शिखरों पर आयेगी तो वह स्वत: नीचे तक  पहुंचेगी। सरकारी गैर-सरकारी आँकड़ों को छोड़...
— सुनील कुमार — भारत सरकार की ‘मुफ़्त टीकाकरण’ नीति की सराहना और प्रचार के लिए उच्च शिक्षण संस्थानों का इस्तेमाल चर्चा का विषय बनता जा रहा है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा ‘धन्यवाद अभियान’ चलाना तथा देशभर के विश्वद्यालयो को फरमान जारी कर...
          – अरमान अंसारी – सन 1920 में जामिया मिल्लिया इस्लामिया की स्थापना एक मुसलिम विश्वविद्यालय के रूप में हुई थी। अपनी परंपरा में यह विश्वविद्यालय राष्ट्रवादी है, जो अलीगढ़ स्कूल के बरअक्स बनाया गया था। उसी जामिया मिल्लिया...