— अरुण कुमार गोंड — बचपन में खेले जाने वाले खेल न केवल शारीरिक विकास को प्रोत्साहित करते है, बल्कि मानसिक और सामाजिक कौशल को भी मजबूत बनाते हैं। परंपरागत रूप से, भारतीय ग्रामीण क्षेत्रों में कबड्डी, गिल्ली-डंडा, छुपन-छुपाई, खो-खो,...
— शंभू नाथ — हिंदुओं ने बुद्ध को अपना नौवां अवतार मान लिया, पर मुझे आज तक समझ में नहीं आया कि हमने उनके किस वचन को अपनाया। बुद्ध हमें अपने लगते हैं, पर हमने उनका कोई विचार नहीं चुना।...
— शुभनीत कौशिक — आज इटली के क्रांतिकारी विचारक अंतोनियो ग्राम्शी (1891-1937) का शहादत दिवस है। दुनिया भर में जिन विचारकों ने विषम परिस्थितियों में भी अपने चिंतन से दमनकारी सत्ता के प्रतिरोध का साहस दिखाया और क्रांति की राह...
— डॉ. सुरेश खैरनार — तुकाराम महाराज का जन्म सत्रहवीं सदी की शुरुआत में पुणे से लगभग 25 किलोमीटर दूर देहू नामक छोटे से गाँव में हुआ था। उनकी जीवन यात्रा कुल बयालीस वर्षों की रही। शूद्र कुणबी समाज में...
— परिचय दास — स्त्री के होने में ही सृष्टि का संगीत है, उसके स्पर्श में वसंत की पुलक, उसकी वाणी में शब्दों का माधुर्य और उसकी दृष्टि में समुद्र की गहराई। वह केवल शरीर नहीं, आत्मा का विस्तार है;...
— इस्लाम हुसैन — देश के हजारों कार्यकर्ताओं बच्चों की मां, मौसी और बड़ी दीदी की तरह 91 साल की राधा बहन का नाम 2025 के पद्म पुरस्कारों की सूची में देखकर कुछ अचरज नहीं हुआ। राधा बहन के नाम...
— हिमांशु जोशी — सार्वजनिक स्थान हों या घर, इन दिनों हर जगह हमें छोटे से बड़े बच्चों के हाथ में स्मार्टफोन दिख जाते हैं। स्मार्टफोन में खोए हुए इन बच्चों के हाथों में घण्टों फोन देखने के बाद भी...
— रणधीर कुमार गौतम — सबसे पहले, डॉ. भीमराव अंबेडकर जी का भारतीय संविधान के निर्माता के रूप में राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका से सभी परिचित हैं। "India will have a society in which there will be togetherness of...
— विनोद कोचर — जिन दिनों पश्चिमी यूरोप के देश और निवासी अपनी मौलिक सूझबूझ और ज्ञान शक्ति के सहारे विश्व पर अपनी भौतिक और मानसिक प्रभुता स्थापित करने की ओर अग्रसर हो रहे थे, उन दिनों की दुखद विडंबना...
— शैलेन्द्र चौहान — गत 15 तारीख को हूबहू मेरी आवाज और स्टाइल में एक फोन मेरे नागपुर के पुराने सहकर्मी श्री बी के काबरा के पास आया| जिसमें उसने उनसे कहा कि पूना में मेरे किसी मित्र का एक्सीडेंट...