क्यों नहीं थमते ये नफरती बोल?

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— मुनेश त्यागी — कपिल मिश्रा, अनुराग ठाकुर, प्रवेश वर्मा, साध्वी ऋतंभरा और कई सारे तथाकथित धार्मिक गुरु, धार्मिक मांएं और साधु संन्यासी पिछले काफी...

अरबपतियों की भारत छोड़ो योजना

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— रमाशंकर सिंह — खबर थी कि आठ हजार करोड़पति (वास्तव में कहना चाहिए कि अरबपति क्योंकि जो बाहर बसने की तैयारी में हैं वे...

पत्रकारिता की मानक भाषा और स्थानीयता

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— डॉ. हेमंत जोशी — हिंदी भाषा और विशेषकर पत्रकारिता की भाषा के संदर्भ में आज हो रही बहस कोई नई नहीं है, तर्क वितर्क...

स्वामिभक्त बुलबुल

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— रमाशंकर सिंह — बुलबुल बगैर किसी रास्ते और छेद के कोठरी में घुस आती थी फिर सावरकर को अपने पंखों पर बिठा कर मातृभूमि...

सवाल-जवाब

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— प्रो राजकुमार जैन — जवाहरलाल नेहरू को लेकर सोशलिस्ट तहरीक के दो साथियों चंचल bhu तथा रमाशंकर सिंह के बीच सवाल-जवाब हो रहा है,...

बिलकिस बानो अगर बिमला देवी होती

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— योगेन्द्र यादव — पंद्रह अगस्त से बार-बार मेरे जेहन में हिंदी के महान कवि सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की प्रसिद्ध कविता ‘देश कागज पर बना...

क्या आजादी के पचहत्तर साल के यही मायने हैं!

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— डॉ सुरेश खैरनार — बिलकिस बानो, 21 साल की उम्र और तीन महीने की गर्भवती के साथ आज से बीस साल पहले के गुजरात...

राष्ट्रप्रेम, आवरण नहीं आचरण में दीखे

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— जयराम शुक्ल — इन दिनों तिरंगा अभियान चल रहा है, घर-घर तिरंगा, हर घर तिरंगा। सबकुछ पचहत्तर-पचहत्तर। यह उत्सव मनाने की भारतीय अदा है।...

देश की राजनीति में महिलाओं की‌ हिस्सेदारी इतनी कम क्यों है?

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— एड. आराधना भार्गव — हाल ही में सम्पन्न हुए नगरीय निकाय एवं पंचायतों के चुनाव में महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया बल्कि दम...

कांवड़ यात्रियों ने ही कांवड़ यात्री सैनिक कार्तिक की हत्या कर...

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— रवीश कुमार — आजकल का माहौल ऐसा है कि इस खबर को देखते ही धक से कर गया। सेना का एक जवान कांवड़ लेकर...