रामायण के पुतले बनाने वालों को आर्थिक मंदी का सामना क्यों...

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— परिचय दास — रामायण के पुतले बनाने वाले कारीगर भारत की पारंपरिक कला और संस्कृति के महत्त्वपूर्ण धरोहर हैं। उनके द्वारा बनाए गए पुतले...

जय प्रकाश नारायण और मधु लिमये

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11 अक्टूबर 1902 को जन्मे, लोकनायक जयप्रकाश नारायण का 117वां जनमदिन है।उनके नेतृत्व में चलाए गए1974-75के सम्पूर्ण क्रांति आंदोलन से उठे भूचाल में तत्कालीन...

इंदिरा की नज़रों में जेपी की हैसियत आम आदमी जितनी ही...

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— श्रवण गर्ग — लोकनायक जयप्रकाश नारायण (जेपी) का आज (ग्यारह अक्टूबर) जन्मदिन है। तीन दिन पहले आठ अक्टूबर को उनकी पुण्य तिथि थी। सोचा...

‘तब कहो लोहिया महान है…’..’दिनकर’

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— सुधेन्दु पटेल — समाजवादी चिन्तक राजनेता डॉ. राममनोहर लोहिया में एक अदभुत बौद्धिक सम्मोहन रहा था जिसके आकर्षण में उनसे भिन्न विचारों वाले समूह...

लोहिया स्मृति शेष दिवस

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— विनोद कोचर — लोहिया को परखने का, कविकुल शिरोमणि और राज्यसभा सांसद डॉ रामधारी सिंह दिनकर का ये नजरिया पठनीय और मननीय है। वे...

जयप्रकाश नारायण का एक किस्सा

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— अफ़लातून — सपा के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को लोकनायक जयप्रकाश को श्रद्धांजलि देने के लिए भाजपा शासन में...

गांधी पाठशाला में गांधी से मुठभेड़

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— कनक तिवारी — गांधी हिन्दू-मुस्लिम, हिन्दू-ईसाई और सभी धर्मों और जातियों की एकाग्रता के प्रतीक थे। केवल मिलावट के नहीं। बस यही वह बिंदु...

इंटरनेट ने संस्कृति को क्या दिया है?

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— परिचय दास — इंटरनेट ने वैश्विक संस्कृति पर जिस प्रकार से गहरा प्रभाव डाला है, वह हमारे समय की सबसे महत्त्वपूर्ण घटनाओं में से...

गांधी युग की शुरुआत

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— पंकज मोहन — 1914 में मराठी पत्रिका "नवयुग" ने गांधी विशेषांक प्रकाशित किया जिसका एक पृष्ठ मैं संलग्न कर रहा हूं। उसी वर्ष संस्कृत...

विजय देव नारायण साही और विऔपनिवेशीकरण

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— अरुण कुमार त्रिपाठी — कवि, आलोचक, निबंधकार, कहानीकार, नाटककार, अनुवादक और उनसे सबसे आगे बढ़कर एक समाजवादी चिंतक और राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में...