सूर्य, सूप और संकल्प: छठ का काव्यात्मक प्रतिबिंब – परिचय दास

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छठ की संध्या घाटों पर उतरते ही दृश्य बदल जाता है। सूर्य का अस्त जल में प्रतिबिंबित होकर झिलमिलाता है और घाट के किनारे...

सूर्य का आलोक: विश्व भर की आराधनाएं – परिचय दास

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विश्व में सूर्य की पूजा एक ऐसे सांस्कृतिक रहस्य की तरह है जो समय, भूगोल और सभ्यता की सीमाएँ पार कर जाता है। पृथ्वी...

भागलपुर दंगे के 36 वर्ष – डॉ. सुरेश खैरनार

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साथियो, इस साल भागलपुर दंगे को 36 वर्ष पूरे हो रहे हैं। भारत में बँटवारे के दौरान हुए दंगों के बाद भी छोटे-मोटे दंगे...

राम को तो रोज़ अपने घर लौटना चाहिए! – श्रवण गर्ग

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हमें एक ऐसी दीपावली की दरकार है जो साल भर अविराम चलती रहे। हमने अनुभव कर लिया है कि जिस रावण का ‘विजयदशमी’ के...

इन दिनों मधुर-मधुर मेरे दीपक जल – डॉ योगेन्द्र

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 रात बहुत बीत गयी तो हरेक घर के बाहर यम दिया जला दिया गया। यम से किसे डर नहीं लगता और जिससे डर लगता...

भारतीय आत्मा का आलोकित उत्सव ‘दीपावली’ – परिचय दास

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दीपावली—यह शब्द आते ही जैसे आँखों के भीतर एक उजास फैल जाता है। न जाने कितनी स्मृतियाँ, कितनी आवाज़ें, कितनी गंधें एक साथ उठ...

त्यौहारों का त्यौहार दीपावली – राजेंद्र रंजन चतुर्वेदी

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भारतीय-त्यौहारों को देखें तो पहली दृष्टि में ही यह स्पष्ट हो जायेगा कि उनकी एक परंपरा रात्रि-त्यौहारों की है और दूसरी परंपरा दिवस-पर्वों की...

तलाक शर्मनाक नहीं, दहेज प्रताड़ना सहना शर्मनाक है

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— मेघना पंत — ज्यादा पुरानी बात नहीं है, जब नोएडा में एक महिला को उसके पति और सास ने जला दिया था। उसके सात...

समाजशास्त्री आई.पी. देसाई और सेंटर फॉर सोशल स्टडीज (सूरत)

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— डॉ शुभनीत कौशिक — भारत में जिन समाजवैज्ञानिकों ने समाज के अध्ययन के साथ-साथ समाजविज्ञान को समर्पित संस्थाओं के निर्माण का काम किया, उनमें...

जी जी आपके सपनों को मंजिल तक पहुंचाएंगे! – डॉ सुनीलम

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हम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉ जी जी परीख को चाहने वाले उनसे कहा करते थे कि आप महात्मा गांधी जी की तमन्ना पूरी करेंगे,...