बढ़ती लैंगिक असमानता के बीच एक और अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस

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— राजू पाण्डेय — अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर पिछले कुछ वर्षों में बाजार की पैनी नजर रही है और इसे बहुत चतुराई से एक बाजार...

वे किसी और मिट्टी के बने थे

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जाने-माने शिक्षाविद, गांधी-विचार के संवाहक, प्रौढ़ शिक्षा का अलख जगानेवालों में अग्रणी, साहित्य और दर्शन के अध्येता रमेश थानवी का 12 फरवरी 2022 को...

स्वाधीन भारत की उपलब्धियाँ और चुनौतियाँ

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— अरमान अंसारी — आजादी, स्वतंत्रता, स्वाधीनता, स्वराज, अलग-अलग नामों से हम देश की उस परम उपलब्धि को जानते हैं जिसके लिए देश के हजारों ...

पार्श्व गायन के एक शानदार युग का अंत

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— कुमार विजय — अपनी आवाज से प्रतिदिन लाखों-करोड़ों फिल्म संगीत प्रेमियों को रोमांचित करनेवाली सुप्रसिद्ध पार्श्वगायिका लता मंगेशकर के निधन की खबर रविवार की...

सितम के इस दौर में आप किसके साथ हैं

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— रामस्वरूप मंत्री — सन 1977 के लोकसभा चुनाव में किसी को उम्मीद न थी कि इंदिरा कांग्रेस हारेगी। सारा मीडिया, पूँजीपति और सदैव सरकार...

गांधी हत्या की कोशिश कई बार की गयी जो 30 जनवरी...

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— गोपाल राठी — गांधी भारत आए, उसके बाद उनकी हत्या का पहला प्रयास 25 जून, 1934 को किया गया। पूना में गांधी एक सभा...

सलंगा नरसंहार के सौ साल बाद भी किसानों का साझा संघर्ष...

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— डॉ सुनीलम — राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नेतृत्व में आजादी के आंदोलन के दौरान सबसे बड़ा जनांदोलन असहयोग आंदोलन और खिलाफत आंदोलन के नाम...

ये विचार दो महानायकों के थे एक दूसरे के बारे में

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बरक्स महात्मा गांधी की भी चर्चा चल रही होगी। ठीक है कि भारत की आजादी का कोई भी विमर्श महात्मा गांधी का नाम लिये...

नेताजी की नजर में गांधी

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— गोपाल राठी — संघी बिरादरी अपने सुनियोजित प्रचार के जरिए नेहरू के खिलाफ सरदार पटेल को और महात्मा गांधी के खिलाफ सुभाष बाबू को...

हमें फ़ख्र है कि हमने उस महामानव से बात की है

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— प्रोफ़ेसर राजकुमार जैन — महात्‍मा गांधी के हमसफ़र-अनुयायी, आज़ादी की जंग के महान योद्धा ख़ान अब्‍दुल ग़फ्फार ख़ान, जिन्‍हें ‘बादशाह ख़ान’, ‘सरहदी गांधी’ तथा ‘बच्‍चा...