Tag: Indira Gandhi
देश के सार्वजनिक जीवन में उनका योगदान हमारी स्मृति में हमेशा...
— आनंद कुमार —
हमारे देश के लोकतांत्रिक राष्ट्र निर्माण के पिछले छह दशकों से अनूठे मार्गदर्शक थे वे. उनकी यशस्वी जीवन यात्रा में अनेक...
“राजनारायण एक नाम नहीं इतिहास है” – भाग-13
— प्रोफेसर राजकुमार जैन —
(विशेष : शाहनवाज अहमद कादरी द्वारा संपादित और प्रकाशित पुस्तक 'राजनारायण एक नाम नहीं इतिहास है' में यह लेख संपूर्णता...
जनता पार्टी के अंत समय,खेले गए दांवपेच – भाग -12
— प्रोफेसर राजकुमार जैन —
श्रीमती इंदिरा गांधी ने शर्त रखी थी कि जनता(एस) किसी भी शर्त पर जनता पार्टी में पुनः शामिल नहीं होगी,...
जेपी ने मुझे बताया कि आरएसएस ने उन्हें धोखा दिया है...
(जयप्रकाश नारायण इमरजेंसी के दौरान जब चंडीगढ़ पीजीआई के गेस्ट हाउस में नजरबंद थे तो उनकी निगरानी की जिम्मेदारी चंडीगढ़ के तत्कालीन जिलाधिकारी एमजी...
क्या था जेपी का अंतिम सन्देश – आनन्द कुमार
भारत को ब्रिटिश राज से लेकर इंदिरा गांधी के इमरजेंसी राज से मुक्ति में अग्रणी भूमिका के लिए सतत प्रेरणा-स्रोत रहे जयप्रकाश नारायण जीवन...
बिहार आन्दोलन, विद्यार्थी परिषद, जनसंघ और जेपी – आनन्द कुमार
यह स्वीकार करना चाहिए कि जेपी के सार्वजनिक जीवन में तीन विवादग्रस्त निर्णय रहे हैं – (1) 1954 में समाजवादी दल से अलग होकर...
जेपी के बारे में तीन निराधार स्थापनाएँ – आनंद कुमार
(दूसरी किस्त)
पिछले 45 साल से चल रहे जेपी विरोधी प्रचार में नरेंद्र मोदी के 2014 और पुन: 2019 में एनडीए की सरकार का...
देश-दुनिया में स्वतंत्रता के प्रेरणा-स्रोत – आनंद कुमार
(दूसरी किस्त)
लोकहितकारी लोकतंत्र की रचना का आवाहन
अंतत: कांग्रेस, कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी, सोशलिस्ट पार्टी और प्रजा सोशलिस्ट पार्टी जैसे महत्त्वपूर्ण दलों को अपने जीवन के...
अपने-अपने हिस्से का समाजवाद
— जयराम शुक्ल —
गांधी और समाजवाद ये दो ऐसे मसले हैं कि हर राजनीतिक दल अपने ब्रांडिंग के रैपर में चिपकाए रखना चाहता है।...
राहुकाल से लोकतंत्र के निकलने की शेषकथा
— जयराम शुक्ल —
(तीसरी और अंतिम किस्त )
चाटुकारिता भी कभी-कभी इतिहास में सम्मान योग्य बन जाती है। आपातकाल के उत्तरार्ध में यही हुआ। देशभर से...