Tag: prof Anand Kumar
सत्याग्रही समाजवादी : राममनोहर लोहिया
— प्रो. आनंद कुमार —
क्रांतिकारी चिंतक, समता और संपन्नता के सपनों को आंदोलनों से सगुण बनानेवाले एवं सत्याग्रही समाजवाद के जनक डॉ. राममनोहर लोहिया...
समाजवादी समाजशास्त्री प्रोफेसर आनंद कुमार को जन्मदिन की शुभकामनाएँ!
— रणधीर कुमार गौतम —
जिंदगी में तीन तरह के विचारक मुझे आकर्षित करते हैं; एक जो सामाजिक आंदोलन की धारा को आगे बढ़ाने वाला...
प्रो आनन्द कुमार की किताब इमरजेंसी राज की अंतर्कथा
— कौशल किशोर —
आपातकाल की बरसी 25 जून को मनाते हैं। इसी दिन सन 1975 में इन्दिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार द्वारा...
समाजवादी आंदोलन की तीसरी धारा – आनंद कुमार
(दूसरी किस्त)
3. निराशा के कर्तव्य : एक तीसरी धारा ‘स्वधर्मे निधनम् श्रेयः’ के आदर्श से प्रेरित है। कोरोना के पहले विभिन्न दलों और मंचों...
नफरत के सौदागरों का हमारे धर्मों व देश पर हमला और...
पिछले दिनों हरिद्वार से लेकर दिल्ली और रायपुर तक तथाकथित ‘धर्म संसद’ की ओर से कराये गये बेहद आपत्तिजनक भाषणों और उनका मीडिया के...
जेपी जयंती समारोह आज
10 अक्टूबर। जेपी फाउंडेशन आज 11 अक्तूबर, 2021 को स्वतंत्रता आंदोलन में अगस्त क्रांति के नायक तथा स्वतंत्र भारत में इंदिरा गाँधी के अधिनायकवाद...
आंबेडकर चाहते थे दलित बुद्धिजीवी सिर्फ अपने सवालों तक सिमटे न...
(समाजवादी आंदोलन को अमूमन पिछड़ों के उभार से जोड़कर देखा जाता रहा है। लेकिन समाजवादी आंदोलन ने दलितों-आदिवासियों के लिए कौन-सी लड़ाइयां लड़ीं, इसकी...
गुरु-शिष्य परम्परा और आनंदमय जीवन की जरूरतें
— आनंद कुमार —
भारतीय सांस्कृतिक आदर्शों में गुरु की सर्वोच्च महत्ता है। सफल जीवन के मूलाधार के रूप में गुरु को तलाशना और शिष्य...
1975 और 2021 में क्या साम्य है और क्या फर्क –...
आज देश में एक निर्वाचित सरकार है फिर भी जनसाधारण लाचार है। चारों तरफ बाजार है लेकिन बेलगाम मंहगाई की मार है। मुट्ठी भर...
इक्कीसवीं सदी में हमारी राष्ट्रीयता का आधार और देशभक्ति का अर्थ...
— आनंद कुमार —
मनुष्य एक सामाजिक प्राणी होने के कारण अपनी सामूहिकता को कई आधारों पर सुनिश्चित किया करता है।‘अपनों’ और ‘गैरों’ की पहचान...