— राजकिशोर — आज हम एक ऐसी दुनिया में रह रहे हैं, जिसमें अतीत के बहुत-से अच्छे शब्द निरर्थक जान पड़ते हैं। आधुनिकता का स्थान उत्तर-आधुनिकता ने ले लिया है …
@2021 – Designed and Developed by WebsiteWaleBhaiya
— किशन पटनायक — आर्थिक समानता का लक्ष्य एक इहलौकिक लक्ष्य है। जहाँ भी इसके लिए संघर्ष, आंदोलन होता है वहां सांप्रदायिकता की भावना कम होती है। विडंबना यह है …
इस कॉलम के अपने पिछले लेख में मैंने कहा था- `नफरत के खिलाफ लड़ाई हमें अपने बूते लड़नी होगी।` इस लेख पर कई तीखी प्रतिक्रियाएं आयीं— कुछ प्रतिक्रियाएं सार्वजनिक थीं …
— अरुण कुमार त्रिपाठी — इस साल भारत ने लंबा किसान आंदोलन और उसकी माँगों को स्वीकार किये जाने की महान लोकतांत्रिक परंपरा के दर्शन किये। हालांकि उस आंदोलन के …
— गोपाल प्रधान — अभय कुमार दुबे की किताब हिंदू-एकता बनाम ज्ञान की राजनीति का प्रकाशन वाणी प्रकाशन से 2019 में हुआ। शीर्षक ही बिना किसी लाग-लपेट के एक वैपरीत्य को प्रस्तुत …
— किशन पटनायक — प्रगतिशील बुद्धिजीवी समूह जब भी सांप्रदायिकता बनाम सेकुलरवाद की चर्चा करते हैं तो उनका एक प्रतिपादन यह रहता है कि धर्म और ईश्वर को मानने से …
भारतीय अंग्रेजी में सेक्यूलर शब्द का अर्थ वही नहीं रह गया है, जो मूल अंग्रेजी में है। मूल अंग्रेजी में यह एक राज्य का गुणधर्म है और राज्य की गतिविधियों …
वेब पोर्टल समता मार्ग एक पत्रकारीय उद्यम जरूर है, पर प्रचलित या पेशेवर अर्थ में नहीं। यह राजनीतिक-सामाजिक कार्यकर्ताओं के एक समूह का प्रयास है।
@2021 – Designed and Developed by WebsiteWaleBhaiya