सरकार ने चना का न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी ₹5100 निर्धारित की थी। लेकिन देश के सभी मंडियों में किसान को औसतन ₹4668 ही मिल पाए। यानी कि किसान को प्रति क्विंटल सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम से भी कम बेचने के कारण ₹432 का घाटा सहना पड़ा।
1 मार्च से 31 मार्च के बीच किसान को चना एमएसपी से नीचे बेचने की वजह से 273 करोड रुपए का घाटा हुआ।
चना उत्पादन वाले मुख्य प्रदेशों में गुजरात के किसान की स्थिति सबसे बुरी थी क्योंकि उसे औसतन केवल ₹4461 ही मिल पाए यानी गुजरात के चना उत्पादक किसान को ₹639 प्रति क्विंटल की लूट सहनी पड़ी। इन 31 दिनों में गुजरात के चना उत्पादक किसान की कुल ₹72 करोड़ की लूट हुई जबकि मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के किसान कि 76 करोड़ और ₹55 करोड़ की लूट हुई। (पूरी सूचना संलग्न तालिका में है)
#MSPLootCalculator
स्रोत: AGMARKNET