5 अप्रैल। अनेक राज्यों से होकर दिल्ली बार्डर पहुंची मिट्टी सत्याग्रह यात्रा का समापन किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों की याद में स्मारक बनाने से हुआ। यात्रा में शामिल लोगों ने शाहजहांपुर बार्डर पहुंचकर योगेन्द्र यादव को विभिन्न राज्यों के सैकड़ों गांवों से लाई गई मिट्टी सौंपी। इस तरह इस यात्रा ने मिट्टी से किसानों के लगाव का इजहार करते हुए यह संदेश देना चाहा है कि यह आंदोलन को जमीन बचाने की लड़ाई है। यह लड़ाई इसलिए जरूरी है क्योंकि बड़ी-बड़ी कंपनियां किसानों की जमीन हड़पना चाहती हैं। तीन कृषि कानून इसीलिए लाए गए हैं। बहरहाल, शहीद किसानों की स्मृति में जो स्मारक बनाया गया वह बेहद सादा है, पर कलात्मक भी है और इसे गुजरात से आए कलाकारों ने रचा है। यह देखने में एक आधुनिक कलाकृति की तरह लगता है।
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