15 जून। संयुक्त किसान मोर्चा, मध्यप्रदेश की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में डॉ सुनीलम ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर सभी राज्यों की राजधानियों में राजभवनों के समक्ष आपातकाल के 46 वर्ष पूरे होने तथा वर्तमान किसान आंदोलन के 7 माह पूरे होने के अवसर पर ‘खेती बचाओ – लोकतंत्र बचाओ आंदोलन’ करने का निर्णय किया गया है। आंदोलन के माध्यम से 3 किसान विरोधी कानून रद्द करने, बिजली संशोधन बिल 2020 वापस लेने तथा सभी कृषि उत्पादों की लागत से डेढ़ गुना दाम पर खरीद की कानूनी गारंटी की मांग की जाएगी।
मंगलवार को संयुक्त किसान मोर्चा, मध्यप्रदेश की ऑनलाइन बैठक में भोपाल राजभवन के समक्ष एक दिवसीय धरना देने तथा राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया गया है। किसान संगठनों द्वारा सभी जिलों में जिलाधीश के माध्यम से राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपे जाएंगे। ऑनलाइन बैठक में सभी नागरिक संगठनों, किसान संगठनों, महिला संगठनों, मजदूर संगठनों से अपील की गई कि 26 जून को प्रदेशभर में होनेवाले आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें।
बैठक में किसानों ने बताया कि प्रदेश में मानसून आ गया लेकिन अभी तक किसानों को खाद, बीज पर्याप्त मात्रा में सोसायटियों से नहीं मिला है जिसके चलते किसानों को बाजार से अधिक दामों पर तथा निम्न गुणवत्ता का खाद, बीज लेना पड़ रहा है। पिछले साल फसल खराब होने के बावजूद प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ नहीं मिला ना ही सरकार द्वारा मुआवजा दिया गया। किसानों ने यह भी कहा कि सरकार एमएसपी वृद्धि का ढिंढोरा पीट रही है लेकिन फसलों की जो एमएसपी तय की गई है उसपर भी मंडियों में खरीद नहीं होने से किसानों को काफी नुकसान सहना पड़ रहा है। लॉकडाउन में मंडियां बंद होने पर व्यापारियों को अनाज बेचना पड़ा। रायसेन, इंदौर, धामनोद, सांची, खरगोन के किसानों से करोड़ों रुपये की उपज लेकर व्यापारी फरार हो गए हैं। 4 जून से ग्रीष्मकालीन मूंग की खरीद शुरू करने को लेकर मध्यप्रदेश के कृषिमंत्री कमल पटेल की घोषणा के बावजूद अभी तक खरीदी शुरू नहीं हुई है। छिंदवाड़ा में अडानी थर्मल पावर प्लांट बनाना चाहता है जिसका किसान विरोध कर रहे हैं क्योंकि 24 गांवों का पीने का पानी जहरीला हो जाएगा।
ऑनलाइन बैठक में बादल सरोज (सचिव,अखिल भारतीय किसान सभा), डॉ सुनीलम (अध्यक्ष, किसान संघर्ष समिति), इरफान जाफरी, (किसान जागृति संगठन), प्रहलाद दास बैरागी (अखिल भारतीय किसान सभा- अजय भवन), बाबू सिंह राजपूत, (क्रांतिकारी किसान मजदूर संगठन, भोपाल), जसविंदर सिंह (अखिल भारतीय किसान सभा), इंद्रजीतसिंह (शहीद राघवेंद्र सिंह किसान संघर्ष समिति), आराधना भार्गव (उपाध्यक्ष, किसान संघर्ष समिति), संदीप ठाकुर (भारतीय किसान श्रमिक जनशक्ति युनियन), कॉमरेड उर्मिला, कॉमरेड फाहिम (अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा), माधुरी बहन (जागृत आदिवासी दलित संगठन,बड़वानी), राजकुमार सिन्हा (बर्गी बांध विस्थापित संघ), बाबूलाल पटेल, सुबोध कुमार शर्मा (भारतीय किसान यूनियन, नरसिंहपुर), बबलू जाधव, सोनू शर्मा, (भारतीय किसान एवं मजदूर सेना), ललित कुमार (राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल भारतीय ओबीसी महासभा भोपाल), दिलीप शर्मा (किसान क्रांति, छतरपुर), प्रदीप आरबी, मनीष श्रीवास्तव (एआईकेकेएमएस), प्रहलाद सिंह हाडा (सुजालपुर), मुकेश भगोरिया (नर्मदा बचाओ आंदोलन), अशोक तिवारी (मुरैना), योगेश तिवारी (हरदा), अखिलेश यादव, शत्रुघ्न यादव, (ग्वालियर), डॉ राजकुमार सनोडिया, रघुवीर पटेल, महेन्द्र यादव, राजेश पटेल, करण शाह उईके, महेंद्र कुमार राय (सिवनी), श्रीकांत वैष्णव (छिंदवाड़ा), नवनीत मंडलोई (अलीराजपुर), अभिषेक शर्मा, नितिन, घनश्याम नागवंशी, राहुल ठाकुर (भोपाल), दीपक (बालाघाट) एवं अन्य संगठनों के 33 पदाधिकारियों ने ऑनलाइन बैठक को संबोधित किया। बैठक का संचालन किसान किसान जागृति संगठन के अध्यक्ष इरफान जाफ़री ने किया।
– भागवत परिहार
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