विकास के नाम पर पूंजीपतियों का खजाना भरा जा रहा
रीवा 13 मार्च। समता सम्पर्क अभियान के राष्ट्रीय संयोजक लोकतंत्र सेनानी अजय खरे ने प्रदेश भाजपा सरकार के बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह महज आंकड़े बाजी का भ्रामक प्रदर्शन है। विकास के नाम पर पूंजीपतियों का खजाना भरा जा रहा है , वहीं आम आदमी को बड़े घरानों के रहमो-करम पर छोड़ दिया गया है। मोहन सरकार ने जनता पर लाखों करोड़ रुपए का कर्ज लाद दिया है जो प्रति व्यक्ति के हिसाब से ₹50000 से ऊपर चला गया है।
श्री खरे ने कहा कि प्रदेश में एक करोड़ से भी अधिक बेरोजगार हैं जो नियमित रोजगार नहीं मिल पाने पर पेट भरने इधर-उधर भटक रहे हैं। वहीं वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा फरमा रहे हैं कि प्रति व्यक्ति आय 22.35 लाख रुपए का लक्ष्य है, यह बात भी 15 लाख रुपए वाले जुमले की तरह है। थोथा चना बाजे घना वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। सरकार ने महिलाओं को जीवन यापन का ठोस साधन उपलब्ध कराने की जगह लाड़ली बहना योजना का लॉलीपॉप थमा दिया है। यह भारी विडंबना है कि लाखों अविवाहित लड़कियों एवं महिलाओं को इस योजना के लाभ से वंचित रखा गया है। श्री खरे ने सरकार की टुकड़ा फेंकने वाली नीति को जनसाधारण के लिए अपमानजनक बताया है। देर सबेर इस स्थिति से जन आक्रोश बढ़ेगा।