7 भी। शनिवार को किसान संघर्ष समिति की मुलताई जिला (मप्र) कार्यकारिणी की बैठक किसान संघर्ष समिति कार्यालय, मुलतापी में किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष पूर्व विधायक डॉ सुनीलम की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में जिला कार्यकारिणी के पदाधिकारी एवं क्षेत्र के किसान शामिल हुए।
बैठक को संबोधित करते हुए डॉ सुनीलम ने कहा कि देश के भाजपा के शासकों द्वारा किसानों को केवल मौखिक सेवा उपलब्ध कराई जा रही है। 380 दिन के आंदोलन और 715 किसानों की कुर्बानी के बाद केवल थोपे गए कानूनों को केंद्र सरकार वापस लेने को मजबूर हुई है। परंतु किसानों के प्रति केंद्र और राज्य सरकारों का भेदभावपूर्ण रवैया नहीं बदला है।प्रदेश उपाध्यक्ष सुश्री आराधना भार्गव ने कहा कि सरकारें केवल कॉरपोरेट की गुलामी कर रही हैं। सरकारों की प्रतिबद्धता संविधान के प्रति दिखलाई नहीं देती। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन ने जो जागृति पैदा की है उसके दूरगामी परिणाम होंगे।
जिला अध्यक्ष जगदीश दौड़के ने कहा कि किसान संघर्ष समिति किसानों के हर सवाल पर आंदोलन करने को तैयार है। लेकिन कोई भी आंदोलन संगठन के शक्तिशाली हुए बिना कामयाब नहीं हो सकता। बैठक में किसानों की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की गयी तथा जिलाधीश के नाम प्रभारी एसडीएम, मुलतापी को ज्ञापन सौंपा गया।
जिलाधीश को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया कि सरकार द्वारा अटल ज्योति योजना के तहत 24 घंटे घरेलू बिजली प्रदाय करने की घोषणा की गयी है लेकिन किसान संघर्ष समिति के पदाधिकारियों द्वारा बताया गया कि 15 घंटे भी बिजली नहीं मिल रही है, जिसके चलते पेयजल की समस्या बढ़ गयी है। अतः 24 घंटे बिजली मुहैया करायी जाए।
इसी तरह सिंचाई हेतु 10 घंटे बिजली देने की घोषणा की गयी है लेकिन 6 घंटे से अधिक बिजली मुलतापी क्षेत्र के किसी भी किसान को उपलब्ध नहीं हो रही है। अतः सिंचाई हेतु सतत 10 घंटे बिजली उप्लब्ध कराई जाए।
मुख्यमंत्री द्वारा बार-बार घोषणा की जा रही है कि किसानों को वर्ष 2020 की फसल बीमा राशि का भुगतान किया गया है लेकिन जौलखेड़ा, डिवटिया, आमा बघोली, कान्हा बघोली, सर्रा आदि गाँवों के किसानों को तीन माह बीतने के बाद भी फसल बीमा की राशि प्रदान नही की गयी है।
सरकार द्वारा कोरोना काल में किसानों के सभी तरह के कर्जों पर ब्याज माफी की घोषणा मुख्यमंत्री द्वारा की गयी थी लेकिन किसानों से ब्याज सहित वसूली की जा रही है। अतः ब्याज माफ किया जाए। गेहूं का समर्थन मूल्य 2015 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है जबकि बाजार में गेहूं 2400 रुपये प्रति क्विंटल (बिना ग्रेडिंग के) बिक रहा है। अतः बढ़ती महंगाई को देखते हुए 3000 रुपये प्रति क्विंटल गेहूं का एमएसपी तय किया जाए। साईंखेड़ा ग्राम में तुरंत डीएपी, यूरिया, पोटाश खाद उपलब्ध कराया जाए। पीने के पानी के संकट की खबरें लगातार मिल रही हैं। ग्राम परमंडल में सप्ताह में 1 बार पीने का पानी उपलब्ध हो रहा है। सभी जल संकटग्रस्त क्षेत्रों में पेयजल उप्लब्ध कराया जाए। क्षेत्र के किसानों से यह भी शिकायत प्राप्त हुई है कि दुग्ध डेयरी पर टेस्टर द्वारा डिग्री और फैट को नापने में तमाम अनियमितताएं की जा रही हैं, जिसके चलते दुग्ध उत्पादक किसानों को दूध का लगभग 20 रुपये प्रति लीटर भाव मिल रहा है जबकि खली का रेट 40 रुपये प्रति किलो हो गया है। वहीं मुलताई के नागरिक 50-60 रुपये प्रति लीटर दूध खरीद रहे हैं।
ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि मुख्यमंत्री के बेटे की डेयरी का दूध 70 प्रति लीटर बिक रहा है और प्रदेश के किसानों का दूध 20 रुपये लीटर। ज्ञापन के माध्यम से सभी दुग्ध खरीदी केंद्रों में माप यंत्रों की जांच कर किसानों को कम से कम 60 रुपये प्रति लीटर तक किए जाए। ग्राम बाबरबोह तहसील आमला में कमजोर मोबाइल नेटवर्क की समस्या से अवगत कराते हुए कहा कि बाबरबोह में किसी भी कंपनी का मोबाइल नेटवर्क नहीं आता है। जिसके चलते बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है तथा ग्रामीणों को फोन का इस्तेमाल करने आसपास के गांव में जाना पड़ता है। इसे दुरुस्त करने की मांग की गयी। चंदोरा बांध के कमान्ड क्षेत्र में आनेवाले अनेक किसानों को नहर से पानी प्राप्त नहीं हो पा रहा है। कमान्ड क्षेत्र में आने -सिंचित रकबा दिखाए जाने के कारण कपिलधारा कूप निर्माण योजनांतर्गत कूप खनन की भी अनुमति नहीं दी जा रही है। अतः जरूरतमंद किसानों को कपिलधारा कूप निर्माण योजना का लाभ दिया जाए।
बैठक में किसान संघर्ष समिति के संस्थापक सदस्य साहेब लाल महाजन, प्रदेश उपाध्यक्ष एड आराधना भार्गव, जिलाध्यक्ष जगदीश दोड़के, तहसील अध्यक्ष कृपालसिंह सिसोदिया प्रवक्ता भागवत परिहार, श्रीकांत वैष्णव डखरू महाजन, भूरेंद्र माकोड़े, तीरथ सिंह बलिहार, शेषराव बोबड़े, लक्ष्मण परिहार, लक्ष्मण पाटनकर, मिलिंद खातरकर, हेमराज देशमुख, रमेश सोनी, गुड्डू सूर्यवंशी, लल्लु कोड़ले,सुखसिंह सिसोदिया आदि उपस्थित रहे।
– भागवत परिहार
प्रवक्ता, किसान संघर्ष समिति, मुलतापी