31 मार्च, नई दिल्ली। 31 मार्च को दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसानों के धरने को 125 दिन हो गए। इस दिन हुई सयुंक्त किसान मोर्चा की आमसभा में यह तय किया गया कि मई के पहले पखवाड़े में संसद कूच किया जाएगा। बैठक में लिये गए निर्णय इस प्रकार हैं-
- 5 अप्रैल को एफसीआई (भारतीय खाद्य निगम) बचाओ दिवस मनाया जाएगा। इस दिन देशभर में एफसीआई के दफ्तरों का घेराव किया जाएगा।
- 10 अप्रैल को 24 घंटों के लिए केएमपी ब्लॉक किया जाएगा।
- 13 अप्रैल को वैशाखी का त्योहार दिल्ली की सीमाओं पर मनाया जाएगा।
- 14 अप्रैल को डॉ भीमराव आंबेडकर की जयंती पर सविंधान बचाओ दिवस मनाया जाएगा।
- 1 मई मजदूर दिवस किसान धरना स्थलों पर मनाया जाएगा। इस दिन सभी कार्यक्रम मजदूर किसान एकता को समर्पित होंगे।
- मई के पहले पखवाड़े में संसद कूच किया जाएगा। इसमें महिलाएं, दलित, आदिवासी, बहुजन, बेरोजगार युवा व समाज का हर तबका शामिल होगा। लोग अपने गांवों और शहरों से दिल्ली की सीमाओं तक अपने वाहनों से आएंगे। इसके बाद दिल्ली के अनेक बॉर्डर्स तक पैदल मार्च किया जाएगा। निश्चित तारीख की घोषणा आनेवाले दिनों में कर दी जाएगी।
संयुक्त किसान मोर्चा के निर्णयों की जानकारी देने के लिए हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में गुरनाम सिंह चढूनी, प्रेम सिंह भंगू, सतनाम सिंह अजनाला, रविंदर कौर, संतोख सिंह, बूटा सिंह बुर्जगिल, जोगिंदर नैण व प्रदीप धनकड़ मौजूद रहे।
संयुक्त किसान मोर्चा ने त्रिवेन्द्रम में नो वोट फॉर बीजेपी/एनडीए के बैनर लगा रहे बीजू व अन्य किसान नेताओं पर भाजपा तथा आरएसएस के कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए हमले की निंदा की है। किसान मोर्चा ने आह्वान किया है कि जनता भाजपा के खिलाफ वोट करे।