21 जुलाई। हरियाणा के मानेसर में स्थित नपिनो ऑटो एण्ड इलैक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के मजदूर यूनियन की हड़ताल सातवें दिन भी जारी रही। नपिनो के मजदूर 14 जुलाई से हड़ताल पर हैं और उनकी माँग है, कि 4 सालों से लंबित सामूहिक माँगपत्र लागू किया जाए और उनके निलम्बित 6 साथियों की कार्यबहाली की जाए। नपिनो के इस हड़ताल में पुरुषों के साथ महिलाएं भी कंधे से कंधा मिला कर संघर्ष कर रही हैं।
वर्कर्स यूनिटी से बातचीत के दौरान ऑटोमोबाइल इण्डस्ट्री कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन (AICWU) के सदस्य, शाम ने बताया, “14 जुलाई से मजदूर हड़ताल कर रहे हैं, लेकिन अभी भी प्रबंधन अड़ियल रवैये और बदले की दुर्भावना के कारण समझौते के लिए बातचीत नहीं कर रहा है। इस पर लेबर डिपार्टमेंट और शासन-प्रशासन द्वारा भी कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। इस कारण चार साल इंतजार करने के बाद मज़बूरन मज़दूरों ने प्रोडक्शन ठप्प करके हड़ताल करना शुरू कर दिया।”
ऑटोमोबाइल इण्डस्ट्री कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन (AICWU) का मानना है, कि मैनेजमेंट और लेबर डिपार्टमेंट व शासन-प्रशासन कोई ठोस कार्यवाही नहीं कर रहा है। ऐसे में स्थिति को देखते हुए अब नपिनो के साथियों को अपने संघर्ष को जीत तक पहुंचाने के लिए तुरन्त चारों प्लांटों के स्थायी व अस्थायी मजदूरों और इस इलाके की सभी यूनियनों और मजदूरों को भी साथ लेकर आगे बढ़ने की योजना पर काम करना होगा। साथ ही व्यापक प्रचार-प्रसार के जरिये इस आन्दोलन को समाज के जागरूक और इन्साफ पसंद लोगों तक पहुँचाने का काम तेज करना होगा।
AICWU ने नपीनो वर्कर यूनियन की इस हड़ताल का समर्थन करते हुए माँग की है:-
1- मैनेजमेंट मज़दूरों की सारी माँगों पर जल्द से जल्द समझौता वार्ता शुरू करे।
2- लेबर डिपार्टमेंट, स्थानीय प्रशासन और हरियाणा सरकार इसमें हस्तक्षेप करके यह जिम्मेदारी ले कि मजदूरों की सभी जायज माँगें मानी जायें।
(‘वर्कर्स यूनिटी’ से साभार)
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