30 जुलाई। बीते शुक्रवार को टेक्सटाइल हौजरी कामगार यूनियन, कारखाना मजदूर यूनियन, नौजवान भारत सभा और पेंडू मजदूर यूनियन (मशाल) ने लुधियाना के डिप्टी कमिश्नर कार्यालय पर रोष-प्रदर्शन करके केंद्र और पंजाब सरकार से बढ़ती महँगाई पर लगाम लगाने की माँग की। मजदूर-नौजवान संगठनों ने डीसी कार्यालय लुधियाना के जरिए मोदी सरकार और पंजाब की भगवंत मान सरकार को भेजे गए माँग पत्र में माँग की है, कि सरकार बढ़ती महँगाई पर लागाम लगाने के लिए तुरंत ठोस कदम उठाए, मेहनतकश जनता पर लगाए गए सभी टैक्स रद्द किए जाएँ, पूँजीपति वर्ग पर भारी टैक्स लगाए जाएँ, मज़दूरों के वेतन/दिहाड़ी/पीसरेट में बढ़ोतरी की जाए, न्यूनतम वेतन 25 हजार किया जाए और दिहाड़ी/पीसरेट इसी अनुसार बढ़ाया जाए, सभी मेहनतकशों के राशन कार्ड बनाए जाएँ और राशन की सारी वस्तुएं राशन कार्ड पर दी जाएँ, सभी बेरोजगारों को रोजगार दिया जाए, रोजगार ना मिलने की हालत में बेरोजगारी भत्ता दिया जाए, सारी मेहनतकश आबादी के लिए सरकार द्वारा शिक्षा, दवा-इलाज, बिजली और परिवहन की सुविधा की जाए।
वक्ताओं ने कहा कि सरकारी खजाने से जनता को मिलनेवाली सुविधाओं, सबसिडी पर लगातार कटौती की जा रही है लेकिन दूसरी ओर पूँजीपतियों को आर्थिक पैकेज, सस्ती और मुफ्त बिजली, कर्ज माफी, कौड़ियों के दाम पर सरकारी संस्थाएँ, जमीन और अन्य संस्थाएँ खुले हाथों लुटाई जा रही है। वक्ताओं ने कहा, कि पूँजीपति वर्ग पर सरकारी खजाने को लुटाना बंद किया जाए, उन पर भारी टैक्स लगाए जाएँ, मेहनतकश जनता पर लगाए जानेवाले सभी टैक्स रद्द कर दिए जाएँ, सरकार द्वारा जनता की सारी बुनियादी जरूरतें पूरी की जाएँ, मजदूरों के वेतन में बढ़ोत्तरी हो तो जनता को महँगाई की मार से बचाया जा सकता है।
विरोध-प्रदर्शन को टेक्सटाइल-होजरी कामगार यूनियन के अध्यक्ष राजविंदर, सचिव जगदीश, कारखाना मजदूर यूनियन के अध्यक्ष लखविंदर, सचिव कल्पना, नौजवान भारत सभा के तरुन, ऋषि, पेंडू मजदूर यूनियन (मशाल) की ओर से जगसीर ने संबोधित किया।
(‘मेहनतकश’ से साभार)