11 दिसंबर। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अनुसार वर्ष 2022 में अक्टूबर तक 98 हजार 571 शिकायतें मानवाधिकार हनन की दर्ज हुईं। इनमें सबसे ज्यादा, 34,160 शिकायतें, उत्तर प्रदेश में दर्ज हुई हैं। मानवाधिकार हनन के मामले में लगातार तीसरे साल यूपी नंबर वन है।
गृह मंत्रालय के आँकड़ों के मुताबिक अक्टूबर 2021 तक पिछले तीन सालों में एनएचआरसी के सालाना दर्ज किए गए मानवाधिकार हनन के करीब 40 फीसदी मामले उत्तर प्रदेश के थे। वहीं 6987 शिकायतों के साथ दिल्ली दूसरे स्थान पर है। 5731 शिकायतों के साथ बिहार तीसरे, 4992 शिकायतों के साथ पश्चिम बंगाल चौथे, 4789 शिकायतों के साथ राजस्थान पाँचवें पायदान पर है।
एनएचआरसी में राजस्थान से दर्ज मामलों की संख्या पर गौर करें, तो सबसे ज्यादा शिकायतें पुलिस महकमे की पहुँची है। इस साल में पुलिस महकमे से संबंधित 646 शिकायतें दर्ज हुई हैं। जेल से सम्बंधित 541, महिलाओं से संबंधित 177, स्वास्थ्य से संबंधित 48, बच्चों से संबंधित 90 शिकायतें दर्ज हुई हैं। बॅंधुवा मजदूरी से संबंधित 26 मामले दर्ज हुए हैं। मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा(यूडीएचआर) के मुताबिक सभी मनुष्य स्वतंत्र पैदा होते हैं, और उन्हें जीवन, स्वतंत्रता और व्यक्ति की सुरक्षा, कानून के समक्ष समानता और कानून से समान सुरक्षा और विचार, विवेक, धर्म, राय और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार है।