सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) ने एक बयान जारी करके कहा है कि स्वास्थ्य एक बुनियादी मानवाधिकार है और यह सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है कि हरेक नागरिक को सभी चिकित्सा सुविधाएं मुहैया हों, जिनमें महामारी से बचाव के उपाय भी शामिल हैं। इसलिए जो भी नागरिक कोविड का टीका लगवाना चाहते हैं उन्हें यह मुफ्त लगना चाहिए।
स्वतंत्रता सेनानी, सोपा की कार्यकारिणी के सदस्य और मेडिकल डॉक्टर जी जी पारिख, सोपा के अध्यक्ष पन्नालाल सुराणा, उपाध्यक्ष संदीप पाण्डेय, कोषाध्यक्ष जयंती पांचाल समेत सभी पदाधिकारियों की ओर से जारी इस बयान में कहा गया है कि सरकार को वैक्सीन निर्माताओं से वैक्सीन न्यूनतम मूल्य पर खरीदना चाहिए या वैक्सीन मैन्युफैक्चरिंग का राष्ट्रीयकरण कर देना चाहिए क्योंकि सार्वजनिक संसाधनों को लगा कर ही दोनों टीके (कोविशील्ड और कोवैक्सीन) वैज्ञानिक तौर पर विकसित किए गए हैं। जैसे कि कोवैक्सीन से संबंधित महत्त्वपूर्ण शोधकार्य आईसीएमआर ने किया, इसलिए बौद्धिक संपदा अधिकार सरकार का बनता है। बौद्धिक संपदा अधिकार सरकार के पास होने के नाते वह सभी वैक्सीन निर्माताओं को मैन्युफैक्चरिंग का आर्डर दे सकती है। फिर उन्हें न्यूनतम दाम पर खरीद कर सभी को निःशुल्क मुहैया करा सकती है, जो कि संकट काल को देखते हुए उसकी विशेष जिम्मेदारी है।