14 फरवरी। आजमगढ़ के खिरिया बाग में 123वें दिन जारी धरने में वक्ताओं ने कहा कि जब जिला प्रशासन ने कह दिया है कि किसान जमीन नहीं देना चाहते हैं, तो ऐसे में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की परियोजना को स्थगित नहीं रद्द कर देना चाहिए। जिलाधिकारी ने वार्ता में किसानों-मजदूरों से कहा था कि आप विधायक या सांसद नहीं हैं, जो परियोजना रदद् कर दी जाए। ऐसे में आजमगढ़ के सभी सांसदों-विधायकों को यह संतुति करनी चाहिए कि आजमगढ़ में हवाई पट्टी विस्तारीकरण परियोजना को रद्द किया जाए। जब तक किसानों-मजदूरों की जमीन छीनने की विस्तारीकरण की परियोजना रदद् नहीं होती, तब तक धरना चलता रहेगा।
पिछले चार माह से खिरिया बाग, जमुआ हरिराम सहित विभिन्न गाँवों के ग्रामीण आजमगढ़ में हवाई पट्टी के विस्तारीकरण की परियोजना को रद्द करने की प्रमुख माँग को लेकर अनिश्चितकालीन सत्याग्रह कर रहे हैं। आजमगढ़ जिला प्रशासन से 6 राउंड की किसानों-मजदूरों की वार्ता के बाद प्रशासन ने सार्वजनिक रूप से कह दिया है, कि किसान अपनी जमीन देने को तैयार नहीं हैं, इसलिए अभी अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का विस्तारीकरण नहीं होगा। बीते 2 फरवरी को वार्ता में जब जिलाधिकारी से वार्ताकारों द्वारा कहा गया कि आजमगढ़ में हवाई पट्टी के विस्तार की परियोजना रद्द की जाए, क्योंकि किसान-मजदूर जमीन-मकान नहीं देना चाहते हैं, तब उन्होंने कहा था कि आप सांसद या विधायक नहीं हैं, जिनके कहने पर परियोजना रद्द की जा सकती है।
धरने को वेद प्रकाश उपाध्याय, तेज बहादुर, रामआसरे यादव, राम संभार प्रजापति, महेंद्र यादव, रामनयन यादव, राजीव यादव, रामराज, दुखहरन राम, रामरूप आचार्य, राम शबद निषाद, नन्हे यादव, रामकुमार यादव, नरोत्तम यादव, इसरावती, सुगंधा शर्मा, ओमप्रकाश भारती, अभिषेक यादव, अवनीश ने संबोधित किया। धरने की अध्यक्षता सुनीता शर्मा और संचालन राम आशीष गौड़ ने किया।
(‘जनज्वार’ से साभार)