23 जून। झारखंड के चांडिल में ‘अखिल झारखंड विस्थापित अधिकार मंच’ के बैनर तले चल रहा अनिश्चितकालीन धरना शुक्रवार को आठवें दिन भी जारी रहा। धरना स्थल पर शुक्रवार को हुई बैठक में कई प्रस्ताव पारित किए गए। इसकी जानकारी देते हुए विस्थापितों के नेता राकेश रंजन महतो ने मीडिया के हवाले से बताया कि विस्थापितों का आंदोलन अब चार नहीं बल्कि पाँच चरणों में होगा। बढ़ाए गए एक चरण के तहत विस्थापित थूको अभियान चलाएंगे। इस संबंध में राकेश रंजन महतो ने बताया कि विस्थापित पुनर्वास कार्यालय को विस्थापितों का कार्यालय न मानकर कूड़ेदान मान रहे हैं।
इसी कूड़ेदान पर 12 जुलाई को चांडिल डैम के विस्थापित पहुँचेंगे और थूक कर वापस चले जाएंगे। उन्होंने आगे बताया कि बाकी के अन्य चार चरण पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत होंगे। आंदोलनकारियों ने कहा कि धरना प्रदर्शन से अब कुछ नहीं होगा। विस्थापितों को एकजुट होकर धरातल पर कागजी लड़ाई लड़नी होगी। कानूनी लड़ाई लड़कर ही विस्थापितों को उनका हक मिलेगा। वहीं दोपहर के वक्त चिलचिलाती धूप में भी विस्थापित धरने पर डटे रहे। दूसरी ओर विस्थापित गाँवों के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में अनिश्चितकालीन धरने के द्वितीय चरण को सफल करने की योजना बनायी गयी।