24 सितंबर। स्वराज इंडिया ने 23 सितंबर को असम के दरांग जिले के धौलपुर गोरुखुटी इलाके में हुई पुलिस फायरिंग, जिसमें दो ग्रामीणों की मौत हुई, की कड़ी निंदा की है। स्वराज इंडिया ने शुक्रवार को जारी अपने बयान में कहा है उक्त घटना की बाबत आयी वीडियो रिपोर्ट, जिसमें एक निहत्थे नागरिक पर पुलिस द्वारा फायरिंग और उसके मृत शरीर का तिरस्कार करते हुए दिखाया गया है, चौंकाने वाला तथा वीभत्स है और मुख्यमंत्री और गृहमंत्री हेमंता बिस्वा सरमा के नियंत्रण में असम पुलिस की पूरी बर्बरता और अमानवीयता को प्रदर्शित करता है।
स्वराज इंडिया की अध्यक्ष सुश्री क्रिस्टीना सैमी ने कहा, “असम की घटना भाजपा के राज में प्रशासन और सरकार की जानलेवा कार्रवाई का एक और उदाहरण है। हिंसा के ऐसे कृत्य लोकतांत्रिक व्यवस्था और कानून के शासन को कमजोर करते हैं जो आधुनिक राज्य की नींव है। भाजपा के नेतृत्व वाली सरकारों द्वारा मानवाधिकारों और नागरिकों के अधिकारों को बेरहमी से कुचला जा रहा है।”
स्वराज इंडिया के नेता और वकील राजीव गोदारा ने कहा, “हम अपराधी पुलिसकर्मियों और उनके सहयोगियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग करते हैं, और सत्तारूढ़ दल को भाड़े के बलों के रूप में व्यवहार करने के बजाय कानून के शासन को बनाए रखने की सलाह देते हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि दो नागरिकों की दिनदहाड़े हत्या के बाद भी, सीएम हेमंता बिस्वा शर्मा ने बेदखली अभियान जारी रखे जाने की घोषणा की, जहां तथाकथित बेदखली अल्पसंख्यक समुदाय के किसानों और ग्रामीणों को बेदखल करने, उनकी जमीन हड़पने और उनके जीवन और आजीविका को छीनने के अलावा और कुछ नहीं है। गौरतलब है कि जिले के एसपी सीएम के भाई हैं और उनके जवानों की इस जानलेवा कार्रवाई को सीएम ने समर्थन दिया है। राजीव गोदारा ने कहा कि हम मांग करते हैं कि मुख्यमंत्री इस त्रासदी की जिम्मेदारी लें और नागरिकों को उनके घरों और जमीनों से जबरन बेदखल करने पर तुरंत रोक लगाएं।