अहिल्याबाई द्वारा कराए गए सफल करार के प्रति द्रोह
— अफ़लातून —
महारानी अहिल्याबाई ने काशी के मंदिर-मस्जिद विवाद का दोनों पक्षों के बीच समाधान कराया - काशी की विद्वत परिषद तथा मस्जिद इंतजामिया समिति के बीच। इस समाधान के तहत विश्वनाथ मंदिर बना-...
यह घोर मजदूर-विरोधी व्यवस्था है
— मंजुल भारद्वाज —
भूमंडलीकरण ने श्रमिकों के मानवाधिकारों, श्रम की गरिमा, प्रतिरोध की आवाज, बेहतर पारिश्रमिक को तार-तार कर मालिकों के मुनाफे की राह को आसान कर दिया है।भूमंडलीकरण मजदूर और लोकतंत्र विरोधी है।...
कांग्रेस और प्रशांत किशोर के बीच बातचीत क्यों टूटी?
— श्रवण गर्ग —
कांग्रेस प्रशांत किशोर (पीके) की समस्या से आजाद हो गयी है। पार्टी ने तय किया है कि अपना घर ठीक करने के लिए उसे किसी भी बाहरी विशेषज्ञ की जरूरत नहीं...
हिंसक भीड़ ही अब हिन्दुत्व का गौरव है!
— मंजुल भारद्वाज —
मोदी राज में हिंसक भीड़ हिन्दुत्व का गौरव हो गयी है। इस राज में असत्य के प्रयोगों की बाढ़ आ गयी है क्योंकि विकारी संघ की शाखा में झूठ, छद्म सिखाया...
प्रधानमंत्री मोदी कब तक शासन करना चाहते हैं?
— श्रवण गर्ग —
प्रधानमंत्री के इर्दगिर्द एक ऐसा तंत्र विकसित हो गया है जिसने देश की एक बड़ी आबादी को उनकी दैनंदिन की गतिविधियों और व्यक्तित्व के दबदबे के साथ चौबीसों घंटों के लिए...
टीके जैसा जरूरी कर दिया जाए ‘कश्मीर फ़ाइल्स’ देखना!
— श्रवण गर्ग —
फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को व्यापक रूप से देखा और दिखाया जाना चाहिए। इसका देखा जाना कोविड के टीके की तरह अनिवार्य भी किया जा सकता है। शुरुआत उन लोगों से...
संघ को डर गांधी से, भाजपा को खौफ कांग्रेस का?
— श्रवण गर्ग —
जी-23’ के अपंजीकृत नाम से सक्रिय कांग्रेस के गैर-जमीनी असंतुष्ट और प्रधानमंत्री मोदी आपस में औपचारिक रूप से मिले हुए बिना भी एक ही उद्देश्य के लिए काम करते नजर आते...
अखिलेश की सबसे बड़ी भूल
— रामशरण —
वर्ष 2022 का यह चुनाव सिर्फ राजनीतिक दृष्टि से नहीं, सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण सबक देता है। इस चुनाव में भाजपा की पंजाब को छोड़कर सभी चार राज्यों- उत्तर प्रदेश, गोवा,...
विधानसभा चुनाव : बहस से गायब नयी शिक्षा नीति
— प्रेम सिंह —
करीब एक महीने तक चले पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों का समापन होने जा रहा है। केवल उत्तर प्रदेश में 7 मार्च को अंतिम चरण का चुनाव बाकी है। चुनावों के...
उत्तर प्रदेश में बदलाव की बयार
— संदीप पाण्डेय —
उत्तर प्रदेश का चुनाव अपने आखिरी पड़ाव पर है। पहले तो यह लग रहा था कि सिर्फ पश्चिमी उ.प्र. में ही जहां किसान आंदोलन का असर है समाजवादी पार्टी व राष्ट्रीय...