देश की राजनीति में महिलाओं की हिस्सेदारी इतनी कम क्यों है?
— एड. आराधना भार्गव —
हाल ही में सम्पन्न हुए नगरीय निकाय एवं पंचायतों के चुनाव में महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया बल्कि दम खम के साथ चुनकर भी आईं। अगर भारत के संविधान...
सत्य, अहिंसा और प्रेम के साथ बने रहेंगे गांधी
— प्रेम सिंह —
सरकारी संस्था ‘गांधी दर्शन एवं स्मृति’ की मासिक पत्रिका ‘अंतिम जन’ के सावरकर विशेषांक को लेकर कुछ गांधी-जन आक्रोश में हैं। साथ ही कुछ पत्रकारों, बुद्धिजीवियों और पार्टी प्रवक्ताओं/नेताओं ने भी...
गांधी की हत्या का सिलसिला जारी है !
— श्रवण गर्ग —
गांधी को अब उनके घर में घुसकर मारा जा रहा है। अभी तक कोशिशें बाहर से मारने की ही चल रहीं थीं पर वे शायद पूरी तरह सफल नहीं हो पायीं।...
रामप्यारी को न्याय मिलेगा द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति होने से?
— योगेन्द्र यादव —
मैंने कहा बधाई हो! श्रीमती द्रौपदी मुर्मू देश की राष्ट्रपति बनने जा रही हैं। उनके चेहरे को सपाट देखकर मैंने स्पष्ट किया : बनी नहीं हैं, बनने जा रही हैं। वोट...
अग्निपथ योजना : हठधर्मिता छोड़े सरकार
— राजू पाण्डेय —
रक्षा विशेषज्ञों और युद्ध तथा सैन्य प्रशासन का सुदीर्घ अनुभव रखने वाले सेवा निवृत्त अधिकारियों की प्रतिक्रियाएं यह दर्शाती हैं कि सरकार ने इस योजना के क्रियान्वयन से पहले उनसे चर्चा,...
कैसे बुझेगी अग्निपथ की आग
— सुनील कुमार —
केंद्र सरकार द्वारा घोषित टूर ऑफ ड्यूटी ने देश भर में सैनिक भर्ती अभ्यर्थियों के बीच आक्रोश पैदा कर दिया है। इस आक्रोश में इतनी ऊर्जा है कि बिना किसी नेतृत्व...
अग्निवीर या बलि के बकरे?
— रामशरण —
आपको याद होगा जब भारत चीन सीमा पर तनाव चरम पर था सरकार-भक्त मीडिया में एक वीडियो खूब दिखाया गया था। इसमें युद्ध में जा रहे कुछ युवा सैनिक रो रहे थे।...
अहिल्याबाई द्वारा कराए गए सफल करार के प्रति द्रोह
— अफ़लातून —
महारानी अहिल्याबाई ने काशी के मंदिर-मस्जिद विवाद का दोनों पक्षों के बीच समाधान कराया - काशी की विद्वत परिषद तथा मस्जिद इंतजामिया समिति के बीच। इस समाधान के तहत विश्वनाथ मंदिर बना-...
यह घोर मजदूर-विरोधी व्यवस्था है
— मंजुल भारद्वाज —
भूमंडलीकरण ने श्रमिकों के मानवाधिकारों, श्रम की गरिमा, प्रतिरोध की आवाज, बेहतर पारिश्रमिक को तार-तार कर मालिकों के मुनाफे की राह को आसान कर दिया है।भूमंडलीकरण मजदूर और लोकतंत्र विरोधी है।...
कांग्रेस और प्रशांत किशोर के बीच बातचीत क्यों टूटी?
— श्रवण गर्ग —
कांग्रेस प्रशांत किशोर (पीके) की समस्या से आजाद हो गयी है। पार्टी ने तय किया है कि अपना घर ठीक करने के लिए उसे किसी भी बाहरी विशेषज्ञ की जरूरत नहीं...