राजनीति

जब जेपी की हुंकार से सिंहासन हिल उठा

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— जयराम शुक्ल — कांग्रेस के अध्यक्ष देवकांत बरुआ का नारा ‘इंदिरा इज इंडिया’ गली-कूचों तक गूँजने लगा। इसी बीच मध्यप्रदेश में पीसी सेठी को हटाकर श्यामाचरण शुक्ल को मुख्यमंत्री बनाया गया। अखबारों की हालत...

बिहार आंदोलन के नारे

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(किसी भी आंदोलन की सबसे ऊर्जस्वी और संक्षिप्ततम अभिव्यक्ति नारों में होती है। नारे धीरे-धीरे उस आंदोलन की पहचान और प्रेरणा भी बन जाते हैं। लोक-स्मृति में रच-बस जाते हैं। किसी आंदोलन की आकांक्षा...

आपातकाल को भूल नहीं सकते

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— रामबाबू अग्रवाल — आजाद भारत के इतिहास में 25 जून की तारीख अहम है। इसी दिन यानी 25 जून 1975 को स्वतंत्र भारत के इतिहास का डेढ़ साल लंबा सबसे ज्यादा अलोकतांत्रिक दौर शुरू...

जाति कब टूटेगी

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— संजय कनोजिया — एक समय था जब दकियानूसी तथा पाखंड व अन्धविश्वास से सनी प्रथाओं के बारे में लोग कहते थे कि सती-प्रथा कभी खत्म न होगी, बाल विवाह की प्रथा अनंत काल तक...

‘राष्ट्र के नाम’ संदेश बनाम ‘राष्ट्र का’ संदेश

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— श्रवण गर्ग — जनता अपने प्रधानमंत्री से यह कहने का साहस नहीं जुटा पा रही है कि उसे उनसे भय लगता है। जनता उनसे उनके ‘मन की बात’, ‘उनके राष्ट्र के नाम संदेश’, चुनावी सभाओं...

पसमांदा की पीड़ा

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— अरमान अंसारी — हाजी नेसार अंसारी उत्तर प्रदेश में, मऊ जिले के निवासी हैं। उनके परिवार में कपड़ा बुनने का पुश्तैनी धंधा चला आ रहा है। एक समय उनका धंधा ठीक चलता था। नेसार...

हकीकत पर बंदिश

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— राजकुमार जैन — मोदी जी, हमारे बच्‍चों की वैक्‍सीन विदेश क्‍यों भेज दिया? दिल्‍ली में हकीकत से रूबरू कराते चन्‍द पोस्‍टर क्या लगे कि दामोदरदास नरेन्‍द्र मोदी उर्फ प्रधान सेवक, आपे से बाहर होकर अपने असली रूप...

गैर-भाजपावाद की कामयाबी के लिए समाजवादी एकजुटता की जरूरत

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— सुनीलम — सत्रह मई 1934 को कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी का गठन हुआ था, आज से 87 वर्ष पहले। यदि कोरोना काल नहीं होता तो हम पटना में समाजवादी समागम में अवश्य मिलते लेकिन सोमवार...

अखिल गोगोई की जीत से असम में नई बयार

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— सुनीलम — असम के शिवसागर विधानसभा क्षेत्र से अखिल गोगोई चुनाव जीत गए। गोगोई की जीत विशेष महत्त्व रखती है। उनकी जीत का महत्त्व केवल इसलिए नहीं है कि असम की भाजपा सरकार और...

ऐतिहासिक घटना है किसान मोर्चा व श्रमिक संघों का साथ आना

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— सुनीलम — एक मई को दुनियाभर में मई दिवस, 'दुनिया के मजदूरो एक हो' के नारे के साथ मनाया जाता है। भारत में भी सभी श्रमिक एवं प्रगतिशील संगठन मई दिवस पर कार्यक्रम आयोजित...