किसानों के सच्चे हितैषी थे समाजवादी नरेंद्र सिंह
— डॉ सुनीलम —
नरेंद्र सिंह जी की मौत की खबर स्तब्ध करनेवाली है। वे समाजवादी आंदोलन के मजबूत स्तंभ थे। उनका किसान और मजदूर...
दीपक जी के प्रति सभी के मन में बहुत सम्मान था
— मदनलाल हिन्द —
दिल्ली में 24 गुरुद्वारा रकाबगंज रोड में डा लोहिया रहते थे। उसमें दो सर्वेन्ट क्वार्टर थे। वहां शांति थी, शोरगुल नहीं...
कैसे बुझेगी अग्निपथ की आग
— सुनील कुमार —
केंद्र सरकार द्वारा घोषित टूर ऑफ ड्यूटी ने देश भर में सैनिक भर्ती अभ्यर्थियों के बीच आक्रोश पैदा कर दिया है।...
एक थे शास्त्री, नाम था यमुनाप्रसाद!
— जयराम शुक्ल —
राजनीति और नेतागिरी आज जिस पतनशीलता के दौर से गुजर रही है, आम आदमी के मुद्दे कारपोरेट के डस्टबिन में डाले...
अग्निवीर या बलि के बकरे?
— रामशरण —
आपको याद होगा जब भारत चीन सीमा पर तनाव चरम पर था सरकार-भक्त मीडिया में एक वीडियो खूब दिखाया गया था। इसमें...
नेहरू का सपना
— कुमार शुभमूर्ति —
हम गांधीवादी लोग नेहरू की कुछ बातों के कटु आलोचक रहे हैं। खासकर उनकी जो औद्योगिक-आर्थिक नीति थी उसे हम गांधी...
इस विनाश की ग्रोथरेट कौन नापे!
— जयराम शुक्ल —
"नीतिग्रंथों में लिखा है कि प्रकृति से हम उतना ही लें जितना कि एक भ्रमर फूल और फल से लेता है।...
एमपी वीरेंद्र कुमार ने राजनीति को ऊपर उठाया और साहित्य को...
— डॉ सुनीलम —
केरल के सबसे बड़े मीडिया समूह मातृभूमि प्रकाशन के प्रबंध निदेशक, लोकप्रिय विधायक, सांसद और केंद्र सरकार में मंत्री रहे मनियानकोड़ी...
अहिल्याबाई द्वारा कराए गए सफल करार के प्रति द्रोह
— अफ़लातून —
महारानी अहिल्याबाई ने काशी के मंदिर-मस्जिद विवाद का दोनों पक्षों के बीच समाधान कराया - काशी की विद्वत परिषद तथा मस्जिद इंतजामिया...
क्या भगवान की भी जाति होती है?
— गोपाल राठी —
मैंने एक मुस्लिम मित्र को ईद मुबारकबाद का संदेश भेजा तो उसने मुझे परशुरामजी की जयंती का बधाई संदेश भेजा। मैंने...
















