हिंसक भीड़ ही अब हिन्दुत्व का गौरव है!

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— मंजुल भारद्वाज — मोदी राज में हिंसक भीड़ हिन्दुत्व का गौरव हो गयी है। इस राज में असत्य के प्रयोगों की बाढ़ आ गयी...

वंचितों, शोषितों के शैक्षिक उत्थान में डॉ. आंबेडकर का योगदान

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— अंकित कुमार निगम — अतीत में हिंदुत्ववादी व्यवस्था द्वारा भारत के शोषितों, वंचितों पर अगणित शास्त्रीय नियोग्यताएँ थोप दी गयीं। इनमें से प्रमुख थीं...

‘न्यू इंडिया’ में ‘सीवर’ से सफाईकर्मियों की मौत का बढ़ता ग्राफ

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हर नागरिक को गरिमामय जीवन मुहैया कराना लोकतंत्र में सरकार का दायित्व होता है। लेकिन आज जब हम रात-दिन 'न्यू इंडिया' का डंका पीटते...

रामदेव सिंह यादव को नमन, जिन्होंने मधु जी की जान बचायी...

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— अमरीष कुमार — सन 1967 में मधु लिमये मुंगेर लोकसभा से दोबारा चुनाव लड़ रहे थे। चुनाव प्रचार के दौरान मुंगेर जिला मुख्यालय के...

भेड़िए हाँक रहे भेड़ों के काफिले!

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— जयराम शुक्ल — हाल ही हमारे आसपास घटी दो घटनाएं किसी भी विवेकी व्यक्ति को विचलित कर देनेवाली हैं। पहली- रामकथा का प्रवचन करने...

समसामयिक संदर्भ में भगतसिंह

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— शैलेन्द्र चौहान — भगतसिंह को भारत के सभी विचारों वाले लोग बहुत श्रद्धा और सम्मान से याद करते हैं। वे उन्हें देश पर कुर्बान...

टीके जैसा जरूरी कर दिया जाए ‘कश्मीर फ़ाइल्स’ देखना!

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— श्रवण गर्ग — फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को व्यापक रूप से देखा और दिखाया जाना चाहिए। इसका देखा जाना कोविड के टीके की तरह...

बढ़ती लैंगिक असमानता के बीच एक और अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस

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— राजू पाण्डेय — अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर पिछले कुछ वर्षों में बाजार की पैनी नजर रही है और इसे बहुत चतुराई से एक बाजार...

वे किसी और मिट्टी के बने थे

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जाने-माने शिक्षाविद, गांधी-विचार के संवाहक, प्रौढ़ शिक्षा का अलख जगानेवालों में अग्रणी, साहित्य और दर्शन के अध्येता रमेश थानवी का 12 फरवरी 2022 को...

स्वाधीन भारत की उपलब्धियाँ और चुनौतियाँ

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— अरमान अंसारी — आजादी, स्वतंत्रता, स्वाधीनता, स्वराज, अलग-अलग नामों से हम देश की उस परम उपलब्धि को जानते हैं जिसके लिए देश के हजारों ...