गीत गानेवाले एक सिपाही का अवसान

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— कुमार प्रशांत — सिपाही का अवसान शोक की नहीं, संकल्प की घड़ी होती है। सलेम नानजुन्दैया सुब्बाराव या मात्र सुब्बाराव जी या देशभर के...

जी हाँ, हम अंधभक्‍त हैं, आज का बुद्धिजीवी, शब्‍दों का मकड़जाल,...

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— प्रोफ़ेसर राजकुमार जैन —  (छठी किस्त) असमिया के प्रख्‍यात साहित्‍यकार, ज्ञानपीठ पुरस्‍कार विजेता, साहित्‍य अकादमी के भू.पू. अध्‍यक्ष वीरेन्‍द्र कुमार भट्टाचार्य लिखते हैं कि “जब लोहिया नेफा...

जी हाँ, हम अंधभक्‍त है, क्‍या राजनैतिक इतिहासकार रामचंद्र गुहा ,एनडीटीवी...

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— प्रोफ़ेसर राजकुमार जैन — (पाँचवीं किस्त) राजनैतिक विश्‍लेषक, इतिहासकार रामचंद्र गुहा द्वारा संपादित प्रस्‍तुत पुस्‍तक ‘मेकर्स ऑफ मॉडर्न इंडिया’ में एक पूरा अध्‍याय राममनोहर लोहिया पर...

जी हाँ, हम अंधभक्‍त हैं, क्‍या भारत-पाक महासंघ का विचार डरावना...

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— प्रोफ़ेसर राजकुमार जैन — (चौथी किस्त) लेखक ने इस लेख में लोहिया के विचार भारत-पाक महासंघ की अप्रासंगिकता भी पेश की है। वे लिखते हैं...

भूख है तो सब्र कर

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— जयराम शुक्ल — मुट्ठीभर गोबरी का अन्न लेकर लोकसभा पहुंचे डॉ राममनोहर लोहिया ने तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरूसे कहा- लीजिए, आप भी खाइए इसे,...

उत्तर-स्वराज्य और गांधी

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— श्रीभगवान सिंह — भारत के लिए जिस स्वराज्य का सपना गाँधी देख रहे थे, वह केवल ब्रिटिश पराधीनता से स्वाधीन होने तक सीमित नहीं...

आर्यन के बहाने

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— कुमार कुलानंद मणि — किंग ऑफ बालीवुड शाहरुख ख़ान पुत्र आर्यन ख़ान पिछले कुछ दिनों से भारत के मुख्य समाचार बने हुए हैं। उनके...

हमारे भीतर जो एक राक्षस है आइए पहले उसका दहन...

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— जयराम शुक्ल — स्कूल के दिनों में फिल्में देखने की लत थी। बुरी इसलिए नहीं कहेंगे कि फिल्में भी एक पाठशाला ही होती हैं।...

आज लोहिया का रास्ता सूना है और जोखिम-भरा भी

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— रामस्वरूप मंत्री — महापुरुषों की स्मृति से ही कोई समाज ऊर्जा ग्रहण कर निखर सकता है। गांधीजी के बाद डॉ राममनोहर लोहिया ही सबसे...

इस नयी तानाशाही के दौर में जेपी को याद करने के...

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— विमल कुमार — आज लोकनायक जयप्रकाश नारायण की 119वीं जयंती है। अब देश और समाज में उनको लेकर अधिक दिलचस्पी दिखाई नहीं देती, अलबत्ता...