आपातकाल में आरएसएस का दोहरा चरित्र – भाग 1

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— जयशंकर गुप्त — आपातकाल से मुक्ति के बाद तकरीबन हर साल 25-26 जून को देश को इंदिरा गांधी के ‘अधिनायकवाद’ के हवाले किए जाने...

स्वामी सहजानंद का निर्वाण दिवस

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— राघव शरण शर्मा — आज स्वामी सहजानंद का निर्वाण दिवस है। स्वामी सहजानंद के जीवन संघर्ष से हमें निम्न शिक्षाएं प्राप्त होती है - 1....

“मीम्स” की भाषा: सोशल-मीडिया पर उभरती व्यंग्यात्मक चेतना

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— अरुण कुमार गोंड — एक “मीम” कभी केवल मज़ाक नहीं होता, बल्कि उसके पीछे समाज की कोई गहरी परत छुपी होती है। “मीम्स” आज...

“ऑनलाइन डेटिंग”: सच, झूठ के बीच प्रेम की तलाश

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— अरुण कुमार गोंड — पढ़ना दरअसल महसूस करना है; और जब बात अपने आस-पास की हो, तो वो बात सीधे दिल में उतरती है।...

बहुमत का शासन ?

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— डॉ मंगल मेहता — साबूत पैर आदमी के दो साबूत पैर हैं साबूत ईमान तो परवाह नहीं समस्या जूझता जी लेगा, जिला देगा जमाना। अतीत...

स्त्री, स्वतंत्रता और अपराध : एक विचाराधीन कथा

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— परिचय दास — राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी एक प्रमुख आरोपी के रूप में सामने आई हैं। पुलिस...

आदिवासी अनाथ नहीं मालिक होने का जय घोष है

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— कनक तिवारी — इक्कीसवीं सदी के संवैधानिक गणराज्य में आदिवासियों को अजायबघर की दर्शनीय वस्तु बनाकर नहीं रखा जा सकता-ऐसा विकास समर्थकों का तर्क...

विचार की टकसाल के सिक्के!

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— प्रोफेसर राजकुमार जैन — "शक्ति-विहीन सिद्धांत बाझं होता है, उसी तरह विचारहीन शक्ति राक्षस बन जाती है।" यह सूक्ति डॉक्टर लोहिया ने कही थी। बदकिस्मती...

विज्ञान प्रसार, जन भाषाएं और जयंत नार्लीकर

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— शुभनीत कौशिक — भारत में जिन वैज्ञानिकों ने विज्ञान को लोकप्रिय बनाने और जनता के बीच वैज्ञानिक चेतना का प्रसार करने में प्रमुख भूमिका...

अलविदा लैला !

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— चंचल — लैला ( लीला , लइला ) कबीर फर्नांडिस का कल निधन हो गया । लैला कबीर फर्नांडिस मशहूर समाजवादी , मजदूर नेता...