12 अक्टूबर। भारत जोड़ो यात्रा का छत्तीसवां दिन चित्रदुर्ग के चल्लकेरे से सुबह 6 बजकर 40 मिनट पर शुरू हुआ।
आज यात्रा ने अपना पूरा दिन ऐतिहासिक चित्रदुर्ग जिले में बिताया। चित्रदुर्ग किला, जिसे चित्तलदुर्ग किला भी कहा जाता है, इसी जिले में स्थित है। किला विशाल पत्थरों से बनाया गया है, और एक पहाड़ी घाटी पर स्थित है, जो घाटियों, नदी और चिनमुलाद्री पहाड़ी श्रृंखला से घिरा हुआ है।
प्राचीन काल से महाभारत से जुड़े इस किले में 7 विशाल दीवारें हैं। किले के अंदर कई मंदिर देखे जा सकते हैं, जो इसकी वास्तुकला के प्रतीक हैं। चित्रदुर्ग किला कर्नाटक के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है, और राज्य की शान है।
आज, यात्रा में भूमि और आश्रय के लिए संघर्ष समिति से कुमार समताला, कर्नाटक जनांदोलाना संगठन के मरियप्पा, कर्नाटक जनशक्ति से शफीउल्ला, वसंत काले, मारेप्पा, और अंजनेय, मडिगा रक्षा वेदिके से करियप्पा गुडीमानी, भूमि और वसाथी समिति से सत्यप्पा मल्लापुर, वाल्मीकि युवा संघ से करियप्पा ईचघट्टा, आंबेडकर युवा संघ से नरसिम्हुलु, हनुमंथु, और फोरम फॉर लैंड एंड शेल्टर से सोमलिंगप्पा, अब्बास अली, और मारप्पा गुंजल्ली, सहित कई कार्यकर्ता शामिल हुए।
कर्नाटक की स्थानीय संस्कृति के ये रंग भारत जोड़ो यात्रा के उत्साह को कई गुना बढ़ा रहे हैं।
यात्रा शाम 7 बजे चित्रदुर्ग के हिरेहल्ली में समाप्त हुई।
संपर्क – भारत जोड़ो यात्रा – नागरिक समाज संगठन
9935880422