20 फरवरी। ‘पेंशन बहाली संघर्ष समिति’ हरियाणा के नेतृत्व में पुरानी पेंशन योजना की बहाली की माँग को लेकर रविवार को बड़ी संख्या में राज्य सरकार के कर्मचारियों ने चंडीगढ़ के लिए कूच किया। लगातार आगे बढ़ते इन कर्मचारियों को चंडीगढ़ पुलिस ने सीमा पर रोकने की कोशिश की, जिस पर दोनों पक्षों में हिंसक झड़प हो गई। इसी बीच चंडीगढ़ पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर जमकर लाठीचार्ज किया, तथा प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें छोड़ीं और आँसू गैस के गोले भी दागे। इससे कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए। फिर भी प्रदर्शन जारी रहा, प्रदर्शनकारी डटे रहे।
हरियाणा में बजट सत्र से पहले ओल्ड पेंशन स्कीम का मुद्दा गरमा गया है। ‘पेंशन बहाली संघर्ष समिति’ के राज्य प्रधान विजेंद्र धारीवाल ने ‘जी न्यूज’ के हवाले से बताया, कि कर्मचारियों और अधिकारियों की 25 से 35 साल की सेवा का सम्मान करते हुए पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू की जाए। साथ ही कर्मचारियों अधिकारियों को सामाजिक, आर्थिक और स्वास्थ्य सेवा सुरक्षा प्रदान की जाए। उन्होंने आगे कहा कि अभी हमने अपना धरना समाप्त नहीं किया है। हम सभी पंचकूला हाउसिंग बोर्ड से पंचकूला सेक्टर 5 शालीमार ग्राउंड में जा रहे हैं। जहाँ पर हम भूख हड़ताल पर बैठेंगे। वहीं काँग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने पुलिस द्वारा लाठीचार्ज, आँसू गैस व वाटर केनन के इस्तेमाल को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि पुरानी पेंशन योजना कर्मचारियों का अधिकार है, ये कोई भीख नहीं है।