15 मार्च। दुनिया भर में मानवाधिकारों की दुहाई देने वाले अमेरिका से एक चौंकाने वाली खबर आई है। एफबीआई की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में घृणा अपराध 12 फीसदी तक बढ़ गए हैं। अमेरिकी एजेंसी ‘फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन’(एफबीआई) ने यह जानकारी देते हुए इस बात को रेखांकित किया है, कि 64.5 फीसदी लोगों को नस्ल, उनकी जाति या वंश के कारण निशाना बनाया गया। ‘वेस्टर्न स्टेट्स सेंटर’ के चीफ ऑफ स्टाफ जिल गार्वे ने ‘प्रभा साक्षी’ न्यूज के हवाले से बताया कि नफरत के आधार पर होने वाले अपराध दशकों में सबसे अधिक हैं, तथा धार्मिक मामलों में से आधे में यहूदी लोगों को निशाना बनाया गया।
गार्वे ने आगे बताया कि हमें अब भी उचित आँकड़े नहीं मिल पाए हैं, जिनसे कि इस समस्या के मूल कारण का पता लगाया जा सके। दिसंबर में जारी पिछली रिपोर्ट में ऐसे मामलों में कमी इसलिए थी, क्योंकि तब पुलिस को अपने आँकड़े एफबीआई को कैसे सौंपने हैं, इसको लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं थी। वहीं एसोसिएट अटॉर्नी जनरल वनिता गुप्ता ने मीडिया के जरिये बताया कि नफरत के आधार पर अपराध और उनके कारण समुदायों को होने वाली परेशानी के लिए देश में कोई जगह नहीं है। न्याय मंत्रालय पूर्वाग्रह से ग्रस्त हिंसा के सभी रूपों से निपटने के लिए मौजूद हर संसाधन का इस्तेमाल करने को प्रतिबद्ध है।