15 जुलाई। संयुक्त युवा मोर्चा का पहला राष्ट्रीय सम्मेलन शनिवार को नई दिल्ली स्थित कांस्टीट्यूशन क्लब में संपन्न हुआ। शनिवार की शाम 5 बजे तक चले इस सम्मेलन में युवा मंच के संयोजक राजेश सचान, सुप्रीम कोर्ट के प्रसिद्ध अधिवक्ता प्रशांत भूषण, मध्य प्रदेश युवा हल्ला बोल के प्रदेश अध्यक्ष अरुण, उत्तर प्रदेश शिक्षक भर्ती मुहिम के नेता रजत सिंह, आल इंडिया बैंक कर्मचारी संघ के संयुक्त सचिव देवीदास तुलजापुरकर, वरिष्ठ पर्यावरणविद रवि चोपड़ा, वरिष्ठ अर्थशास्त्री संतोष मेहरोत्रा, एफएआईएमआई के चेयरमैन रोहन कृष्णन सहित तमाम युवा संगठनों के लोगों तथा भर्ती आंदोलन समूहों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। इस संयुक्त सम्मेलन की अध्यक्षता युवा हल्ला बोल के संस्थापक अनुपम ने की।
इस सम्मेलन को संबोधित करते हुए सुप्रीम कोर्ट के प्रसिद्ध अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने कहा कि शिक्षित युवाओं में बढ़ती बेरोजगारी एक बड़ी आपदा का रूप ले रही है। युवा मंच के संयोजक राजेश सचान ने कहा कि सरकार को तुरंत सभी खाली पड़े सरकारी पद भरने होंगे। अब युवा आंदोलन का समय आ गया है, और युवाओं को कोई रोक नहीं सकता। आल इंडिया बैंक कर्मचारी संघ के संयुक्त सचिव देवीदास तुलजापुरकर ने कहा कि बैंकिंग क्षेत्र में कम से कम 2 लाख रिक्त पद हैं। हद की बात है कि यह सरकार मुद्रा लोन को भी रोजगार का एक जरिया समझती है।
वरिष्ठ पर्यावरणविद रवि चोपड़ा ने अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण की अनदेखी से पर्यावरण को हानि पहुँचेगी, जिससे सीधे तौर पर अर्थव्यवस्था पर असर पड़ेगा, और युवाओं को इस ओर भी ध्यान देना होगा। मध्य प्रदेश युवा हल्ला बोल के प्रदेश अध्यक्ष अरुण ने कहा कि मध्य प्रदेश में भारत रोजगार संहिता यानी ‘भरोसा’ की माँग को लेकर कार्यक्रम किये जाएंगे, और सरकार की जवाबदेही तय की जाएगी। राष्ट्रीय युवा आंदोलन में मध्य प्रदेश की बड़ी भूमिका होगी। उत्तर प्रदेश शिक्षक भर्ती आंदोलन के नेता रजत सिंह ने कहा, कि आंदोलन करने वाले लोगों पर सरकार हर तरह से दमन कर रही है। केस करने से लेकर जेल भेजने तक, लेकिन युवा अब डरने वाला नहीं है।